गजब है यूपी कार-बाइक नहीं भैंस की वजह से इस शहर में लगता है जाम

प्रयागराज के विभिन्न मोहल्लों में प्रतियोगी छात्र बड़ी संख्या में रहते हैं, जिन्हें कोचिंग जाने के लिए इन्हीं सड़कों से होकर गुजरना पड़ता है.

गजब है यूपी कार-बाइक नहीं भैंस की वजह से इस शहर में लगता है जाम
प्रयागराज: देश के अधिकांश शहरों में जाम की समस्या का मुख्य कारण वाहनों की बढ़ती संख्या, रिक्शा और ई-रिक्शा होते हैं, लेकिन प्रयागराज में स्थिति बिल्कुल अलग है. यहां सड़कों पर जाम का कारण आवारा पशु और पालतू भैंसे बन गए हैं. यह सुनने में अजीब जरूर लगेगा, लेकिन प्रयागराज की सड़कों पर आवारा पशुओं और भैंसों की मौजूदगी ने जाम की समस्या को और गंभीर बना दिया है. प्रयागराज के कई इलाकों में बड़ी संख्या में भैंसें सड़कों पर घूमती नजर आती हैं. कटरा, राजापुर, सलोरी, छोटा बघाड़ा, म्योराबाद, तेलियरगंज और शुक्ला मार्केट जैसे प्रमुख इलाकों की सड़कों पर न केवल भैंसें दिखती हैं, बल्कि उनका गोबर भी सड़कों पर फैला रहता है. इस गंदगी के चलते यहां से पैदल निकलना भी मुश्किल हो जाता है. छात्रों की मुश्किलें प्रयागराज के विभिन्न मोहल्लों में प्रतियोगी छात्र बड़ी संख्या में रहते हैं, जिन्हें कोचिंग जाने के लिए इन्हीं सड़कों से होकर गुजरना पड़ता है. लोकल 18 से बातचीत में संदीप, जो पिछले पांच वर्षों से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, बताते हैं कि वह जब से इलाहाबाद (प्रयागराज) आए हैं, तब से इस गंदगी और जाम की समस्या से जूझ रहे हैं. भैंसों की वजह से लगता है भीषण जाम प्रयागराज में जाम की स्थिति और भी विचित्र तब हो जाती है, जब भैंसें सड़कों पर चलते वाहनों की रफ्तार को रोक देती हैं. विशेषकर शाम 5 बजे के बाद, ईश्वर शरण डिग्री कॉलेज, छोटा बघाड़ा क्रॉसिंग, कमला नेहरू अस्पताल के सामने और कटरा इलाके में आवारा पशुओं की वजह से जाम की समस्या गंभीर हो जाती है. कई बार इस वजह से घंटों तक यातायात बाधित हो जाता है, जिससे राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है. जल्द होगी समस्या का समाधान यह समस्या प्रशासन की नजर में है, और नगर निगम महाकुंभ से पहले इन आवारा पशुओं को शहर से बाहर स्थापित करने की योजना बना रहा है. नगर निगम द्वारा शहर के बाहर एक कैटल कॉलोनी बनाने की योजना बनाई गई है, जहां इन पशुओं को रखा जाएगा. हालांकि, यह योजना फिलहाल धरातल पर नजर नहीं आ रही है. लोकल 18 से बातचीत में पशु कल्याण एवं चिकित्सा अधिकारी, डॉक्टर अमृतराज ने बताया कि शासन से गाइडलाइन मिलते ही इस पर काम शुरू कर दिया जाएगा. FIRST PUBLISHED : September 13, 2024, 15:31 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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