शोपियां के जगंल में अचानक दिखी पहाड़ी बनी थी देवताओं की मूर्ति लोग हैरान
शोपियां के जगंल में अचानक दिखी पहाड़ी बनी थी देवताओं की मूर्ति लोग हैरान
शोपियां में हीर पोरा के घने जंगलों में प्राचीन नक्काशी और इमारतें मिली हैं, जो इस इलाके के समृद्ध सांस्कृतिक इतिहास को उजागर करती हैं. ऊंची-ऊंची पहाड़ियों पर उकेरी गई ये नक्काशियां हिंदू देवी-देवताओं को समर्पित मानी जा रही हैं, जिसे देखकर लोग हैरान हैं.
इरशाद मलिक
शोपियां. जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में स्थित हीर पोरा के घने जंगल इन दिनों अचानक से चर्चा में है. कभी आतंकियों की पनाहगाह रहे इन जंगलों में एक अद्भुत खोज हुई है. यहां प्राचीन नक्काशी और इमारतें मिली हैं, जो इस इलाके के समृद्ध सांस्कृतिक इतिहास को उजागर करती हैं. ऊंची-ऊंची पहाड़ियों पर उकेरी गई ये नक्काशीयां हिंदू देवी-देवताओं को समर्पित मानी जा रही हैं. हालांकि ये किन देवी-देवताओं की हैं, इसकी पहचान अभी तक नहीं हो पाई है.
स्थानीय ग्रामीणों और कुछ पर्यटकों को ये नक्काशीयां उस वक्त दिखाई दीं, जब वे जंगल के रास्तों से गुजर रहे थे. इनमें हिंदू देवी-देवताओं की आकृतियां और प्रतीक चिह्न उकेरे गए हैं. साथ ही कुछ धुंधली रेखाएं भी दिखाई दे रही हैं, जो प्राचीन लिपि की तरह लग रही हैं. हालांकि समय की मार के चलते ये कलाकृतियां काफी हद तक मिट चुकी हैं, लेकिन इन्हें अतीत से जोड़ने वाली एक असाधारण कड़ी के रूप में देखा जा रहा है. हो सकता है कि ये सदियों पुरानी हों.
ये नक्काशीयां मुगल रोड से 3 किलोमीटर दूर हीर पोरा, शोपियां में मिली हैं. न्यूज 18 के रिपोर्टर इरशाद मलिक ने पैदल चलकर ये दूरी तय की, ताकि इस खोज को लोगों तक पहुंचाया जा सके.
वहां उन्हें सामाजिक कार्यकर्ता जावेद बेग मिले, जो बताते हैं, ‘बेरुअह में कश्मीर के महा आचार्य अभिनव गुप्ता की ये गुफा सदियों से स्थापित हैं और बेहद पवित्र स्थान मानी जाती हैं. इस गुफा का बड़ा ऐतिहासिक महत्व है. बताया जा रहा है कि नौवीं शताब्दी के कश्मीरी दार्शनिक महा आचार्य अभिनव गुप्ता अपने 1200 साथियों के साथ पूजा के उद्देश्य से बिरोह की इस पवित्र गुफा में गए थे और बाद में वापस नहीं लौटे.’
Tags: Jammu kashmirFIRST PUBLISHED : November 22, 2024, 19:34 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed