उदयपुर मर्डर केस: 1 महीने पहले की गई थी टेलर कन्हैयालाल की हत्या पढ़ें शुरू से अब तक की दास्तां

Kanhaiyalal Murder Case: राजस्थान के उदयपुर के टेलर कन्हैयालाल की आज से ठीक एक महीने पहले 28 जून को निर्ममता से हत्या (Udaipur Murder Case) कर दी गई थी. कन्हैयालाल की हत्या से लेकर आज तक इस केस में काफी डवलपमेंट हो चुके हैं. आठ आरोपी सलाखों के पीछे पहुंचाये जा चुके हैं. वहीं साजिश (Conspiracy) की परतें भी उठ चुकी हैं. पढ़ें इस महीने के दौरान इस हत्याकांड से जुड़े क्या-क्या अपडेट हुये.

उदयपुर मर्डर केस: 1 महीने पहले की गई थी टेलर कन्हैयालाल की हत्या पढ़ें शुरू से अब तक की दास्तां
उदयपुर. आज से ठीक एक महीने पहले 28 जून 2022 को उदयपुर (Udaipur) के धान मंडी थाना इलाके की मालदास स्ट्रीट में भूत महल गली के अंदर टेलर कन्हैयालाल साहू की क्रूरतापूर्वक की गई हत्या (Kanhaiyalal murder case) की वारदात ने पूरे देश में खौफ का माहौल पैदा कर दिया था. इस हत्याकांड को अंजाम देने वाले आरोपी भले ही पुलिस द्वारा पकड़ लिए गए लेकिन लोगों में इस की दहशत कई दिनों तक देखी गई. तालिबानी अंदाज में की गई कन्हैयालाल की हत्या के पीछे मुख्य कारण नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट करना था. कन्हैयालाल की हत्या को आज एक महीना पूरा हो चुका है. इस बीच जांच एजेंसियों में आरोपियों की गिरफ्तारी, संदिग्धों से पूछताछ, भड़काऊ और विवादित नारे लगाने वालों पर शिकंजा कसा है. वहीं परिवार को भी आर्थिक मदद दी गई. इसके साथ ही कन्हैयालाल के दोनों बेटों ने सरकारी नौकरी भी ज्वॉइन कर ली है. 28 जून को कन्हैयालाल की हत्या के बाद मुख्य आरोपी रियाज अत्तारी और मोहम्मद गौस उदयपुर से राजसमंद होते हुए अजमेर की ओर भागने की कोशिश कर रहे थे. उसी दौरान शाम होते-होते आरोपियों की भीम से गिरफ्तारी कर ली गई. रियाज अत्तारी और मोहम्मद गौस के प्रति उदयपुरवासियों में खासा आक्रोश था. ऐसे में उन्हें आसपास के थानों में रखकर पुलिस ने प्रारंभिक पूछताछ की. हत्याकांड के विरोध में उदयपुरवासी सड़कों पर उतरे और वारदात का पुरजोर विरोध किया. प्रदेशभर में कर दी गई थी नेटबंदी उसके बाद देखते ही देखते यह विरोध पूरे देश में फैल गया. राजस्थान के भी हर जिले में इसका विरोध देखा गया. मामले को बढ़ता देख राजस्थान सरकार ने पूरे प्रदेश में एक साथ इंटरनेट बंद करने के आदेश दे दिए और धारा-144 लगा दी गई. रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद से पूछताछ शुरू हुई तो उसमें और भी कई लोगों के नाम सामने आने लगे. इस बीच हत्याकांड की जांच एनआईए को ट्रांसफर कर दी गई. एनआईए ने इस मामले में अब तक कुल 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इसमें रियाज अत्तारी, मोहम्मद गौस, आसिफ, मोहसिन, वसीम अली, मोहम्मद मोहसिन और जुबेर शामिल हैं. विवादित नारे लगाने वाले भी एनआईए और पुलिस के रडार पर आए इस मामले में विवादित नारे लगाने वाले भी एनआईए और पुलिस के रडार पर आए. अजमेर के गौहर चिश्ती की गिरफ्तारी हैदराबाद से एनआईए द्वारा की गई. गौहर चिश्ती पर भी विवादित नारे लगाकर भड़काने का आरोप था. वहीं आरोपियों से भी संबंध सामने आ रहे थे. इस बीच उदयपुर और अन्य जिलों में विवादित नारे लगाने वाले और सोशल मीडिया पर पोस्ट करने वाले लोगों को गिरफ्तार किया गया. यही नहीं नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट करने वाले लोगों को धमकाने वाले आरोपी भी गिरफ्तार किए गए. कर्फ्यू और नेटबंदी से जूझता रहा उदयपुर कन्हैयालाल की हत्या के बाद उदयपुर में पर्यटन व्यवसाय पूरी तरह से टूट गया. 28 जून को इंटरनेट बंद किया गया था. उसे पूरी तरह से 4 जुलाई को बहाल किया गया. यही नहीं उदयपुर में 28 जून को लगाया गया कर्फ्यू 16 जुलाई तक पूरी तरह से खत्म हो पाया. हालांकि इस दौरान कई घंटों की ढील दी गई. प्रतिदिन की स्थिति को देखते हुए ढील का दायरा भी बढ़ाया गया. उसके बाद 16 जुलाई को कर्फ्यू पूरी तरह से समाप्त किया गया. इस बीच इस घटना ने इतना खौफ पैदा किया कि पर्यटक इस शहर में आने से घबराने लगा था. लेकिन उदयपुर पुलिस ने स्थिति को जल्द ही नियंत्रण में कर लिया. आम जनता में एक बार फिर विश्वास पैदा करते हुए बाजार खुलवाए गए. प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के लगातार दौरे हुए. इससे बाजारों में अब रौनक लौटने लगी और अब पर्यटक भी शहर की ओर आने लगे हैं. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Crime News, Murder case, Rajasthan news, Udaipur newsFIRST PUBLISHED : July 28, 2022, 11:43 IST