Udaipur news: 21 हजार फीट कपड़े पर शहीदों के नाम लिख रहे ये दो लोग जानिए क्यों
Udaipur news: 21 हजार फीट कपड़े पर शहीदों के नाम लिख रहे ये दो लोग जानिए क्यों
देश की आजादी में बहुत लोगों ने अपने प्राणों को कुर्बानी दी. इनमें से काफी लोग गुमनाम रह गए. ऐसे ही लोगों के नाम को एक कपड़े पर लिखा जा रहा है. उदयपुर के रहने वाले मनोज आचलिया और सीमा वैध इस काम को कर रहे हैं. जानिए कैसे.
रिपोर्ट- निशा राठौड़
उदयपुर: भारत में इस समय देश की आजादी का 75वां अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है. इस आजादी के लिए हजारों लाखों गुमनाम शहीदों ने अपनी जान देकर देश को आजाद करवाया था. कुछ ही ऐसे शहीद हैं जिन्हें हम जानते हैं. लेकिन उदयपुर के रहने वाले मनोज आचलिया और सीमा वैध ने गुमनाम शहीदों के नाम और उनकी जीवनी लिखनी शुरू की है. इन्होंने 6 वर्ष में करीब 21 हजार फीट कपड़े पर इन गुमनाम शहीदों की जानकारी लिखी है.
मनोज अचलिया ने बताया कि हमारे देश में स्वतंत्रता संग्राम के दौरान हजारों लाखों शहीद ऐसे थे जो गुमनाम होकर भी देश की आजादी में अपनी भागीदारी निभा गए. नरेंद्र चंद्र दत्त, मधुसुधन, दल बहादुर थापा, दयाल सिंह, वीरेंद्र नाथ, लक्ष्मी थरे, अंबिका खान, रामा बामा कोली समेत ऐसे कई नाम हैं जिन्हें कोई नहीं जानता लेकिन इन्होंने अपनी विशेष भूमिका देश को आजाद कराने में निभाई थी. आपके शहर से (उदयपुर) राजस्थान उत्तर प्रदेश बिहार मध्य प्रदेश उत्तराखंड हरियाणा झारखंड छत्तीसगढ़ हिमाचल प्रदेश महाराष्ट्र पंजाब उदयपुर जयपुर अजमेर उदयपुर कोटा अलवर चित्तौड़गढ़ चूरू जैसलमेर जोधपुर झालावाड़ झुंझुनूं टोंक डूंगरपुर दौसा धौलपुर नागौर पाली पुष्कर प्रतापगढ़ बांसवाड़ा बाड़मेर बारां बीकानेर भरतपुर भीलवाड़ा राजसमन्द सवाई माधोपुर सीकर हनुमानगढ़ सिरोही बूंदी करौली जालोर श्रीगंगानगर
सिक्कों के शहंशाह के रूप में जाने जाते हैं बाड़मेर के सुशील सिंघल, 150 देशों के सिक्के और नोटों का संग्रह
गाय के आते ही पलटी किस्मत, 1 करोड़ के बंगले में रहती है ठाठ से; घर को बना दिया 'स्वर्ग'
भीलवाड़ा की कृषि उपज मंडी में काम करने वाला मजदूर पहुंचा KBC की हॉट सीट पर, जारी हुआ प्रोमो
DHOLPUR: एक ऐसी दुकान जहां साधु-संतों और असहाय लोगों को मिलता है रोजाना नि:शुल्क नाश्ता
अहमदाबाद-उदयपुर रेलवे ट्रैक ब्लास्ट केस: आतंक फैलाने और बड़ी घटना को अंजाम देने की थी साजिश
पांडवों ने कौरवों को पराजित करने लिए डूंगरपुर के इस गांव में किया था यज्ञ, जानें पूरी कहानी
Nagphani temple: राजस्थान का नागफणी मंदिर जहां 450 साल से बह रहा पानी लेकिन आता कहां से है ये...
राजस्थान: विदेशी पावणों ने बनाए चाक पर मिट्टी के बर्तन, छाछ-राबड़ी की मनुहार से हुए अभिभूत
पत्नी के भाग जाने से आहत हुआ पति सुसाइड करने चढ़ा टॉवर पर, मंत्री पहुंची मौके पर और फिर...
Famous Paan: वाह! मंदिर की घंटी बजाओ पान पाओ...151 तरह के पान खिलाते हैं राजा बाबू
जयपुर एयरपोर्ट के आए अच्छे दिन: 4 साल बाद बढ़ा यात्री भार, जल्द शुरू होगी बैंकाक के लिए फ्लाइट राजस्थान उत्तर प्रदेश बिहार मध्य प्रदेश उत्तराखंड हरियाणा झारखंड छत्तीसगढ़ हिमाचल प्रदेश महाराष्ट्र पंजाब उदयपुर जयपुर अजमेर उदयपुर कोटा अलवर चित्तौड़गढ़ चूरू जैसलमेर जोधपुर झालावाड़ झुंझुनूं टोंक डूंगरपुर दौसा धौलपुर नागौर पाली पुष्कर प्रतापगढ़ बांसवाड़ा बाड़मेर बारां बीकानेर भरतपुर भीलवाड़ा राजसमन्द सवाई माधोपुर सीकर हनुमानगढ़ सिरोही बूंदी करौली जालोर श्रीगंगानगर
21 हज़ार फीट कपड़े पर लिखे नाम
मनोज आचलिया और सीमा वैध ने 6 वर्ष में करीब 21 हजार फीट लंबे साटन के कपड़े पर इन गुमनाम शहीदों के नाम और जीवनी को लिखा है. अबतक देश के हजारों शहीदों के नाम वो इस पर लिख चुके हैं.
विभिन्न पत्र पत्रिकाओं, प्रकाशित आलेख एवं पुस्तकों में लिखे हुए वर्णन को लेकर उन्होंने देश भर के शहीदों की जानकारी जुटाई. इसके बाद कपड़े पर लिखने का यह कार्य शुरू किया गया. इसमें देश के अलग-अलग हिस्सों में जाकर वहां के शहीदों के बारे में इकट्ठा की गईं जानकारियां भी हैं.
सीमा वैध ने बताया कि देश की आजादी में महिलाओं की भी विशेष भूमिका थी. रानी लक्ष्मीबाई का नाम तो सभी जानते हैं. लेकिन कई ऐसी महिलाएं थीं जिन्होंने अपनी जान की बाजी लगाकर देश को आजादी दिलाई थी. ऐसे ही शहीदों के नामों को इस साटन के कपड़े पर उकेरा जा रहा है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी|
Tags: Martyr, Rajasthan news in hindi, Udaipur newsFIRST PUBLISHED : November 15, 2022, 12:51 IST