बेवजह हिंसा के प्रशंसक नहीं है हम लेकिन सुन ले दुनिया नपुंसक भी नहीं हैं

Mewar royal family dispute: मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार में धूणी दर्शन को लेकर पैदा हुआ विवाद समाप्त हो गया है. लेकिन उसके बाद लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने इस मामले को लेकर बड़ा बयान दिया है. जानें विश्वराज सिंह मेवाड़ के चचेरे भाई लक्ष्यराज ने क्या कहा?

बेवजह हिंसा के प्रशंसक नहीं है हम लेकिन सुन ले दुनिया नपुंसक भी नहीं हैं
उदयपुर. मेवाड़ के पूर्व राज परिवार का संपत्ति विवाद लगातार गहराता जा रहा है. इस बीच विश्वराज सिंह मेवाड़ के धूणी दर्शन करने के बाद उनके चचेरे भाई लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने फिर हुंकार भरी और शायरी के मार्फत अपने मन की बात कह दी. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने कहा कि “बेवजह हिंसा के प्रशंसक नहीं है हम, लेकिन सुन ले दुनिया नपुंसक नहीं है”. उदयपुर राजपरिवार में मचे हंगामे को लेकर लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने विवाद के खत्म होने के बाद यह कड़ी टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि 25 नवंबर को जो हालात जगदीश चौक से सिटी पैलेस के बीच में देखने को मिले वो ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि गुंडागर्दी के मार्फत कोई भी व्यक्ति अपनी बात नहीं कर सकता, क्योंकि यह देश कानून और संविधान से चलता है. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने धूणी दर्शन को लेकर चल रहे विवाद को खत्म करवाने के लिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और जिला प्रशासन का आभार जताया. इसके साथ ही यह उम्मीद जताई की जल्द ही उदयपुर फिर पटरी पर लौटने लगेगा. हर बात सुनी जाती है, जो सलीके से कही जाती है विश्वराज सिंह मेवाड़ ने बुधवार को धूणी दर्शन की परंपरा पूरी की. इस दौरान उनके साथ कुल पांच लोगों ने सिटी पैलेस में प्रवेश किया. उदयपुर रेंज के आईजी, जिला कलेक्टर और एसपी अपने साथ विश्वराज सिंह मेवाड़ को लेकर दर्शन करने के लिए लेकर गए. उससे पहले सिटी पैलेस प्रबंधन से भी बातचीत करते हुए सुलह का रास्ता निकाला गया. सिटी पैलेस प्रबंधन भी महज पांच लोगों को दर्शन करवाने लेकर आने के लिए राजी हुआ. इस दौरान लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने कहा कि “हर बात सुनी जाती है, जो सलीके से कही जाती है”. दर्शन करने हजारों की भीड़ लेकर आना दूसरे मंसूबों को दिखाता है जबकि अब आसानी से धूणी के दर्शन करवाए गए हैं. डंडे के जोर से कभी बात नहीं बनती है. इज्जत और सलीके से की जाए तो बात बन जाती है. आतिशबाजी के साथ किया विश्वराज सिंह का स्वागत वहीं विश्वराज सिंह सहित पांच लोग जब सिटी पैलेस में धूणी दर्शन कर वापस लौटे तो तो आतिशबाजी के साथ उनका स्वागत किया गया. इस दौरान विश्वराज सिंह ने कहा कि दर्शन करना उनका अधिकार था. लेकिन क्यों रोका गया यह उनकी समझ से बाहर है. बहरहाल विवाद शांत है और पुलिस प्रशासन अलर्ट है. Tags: Big newsFIRST PUBLISHED : November 28, 2024, 08:34 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed