राजस्थान में कांग्रेस अब क्या करेगी जानें सचिन पायलट ने कैसे बढ़ा दी मल्लिकार्जुन खड़गे की टेंशन
राजस्थान में कांग्रेस अब क्या करेगी जानें सचिन पायलट ने कैसे बढ़ा दी मल्लिकार्जुन खड़गे की टेंशन
न्यूज18 की रिपोर्ट के मुताबिक, ऐसा माना जा रहा है कि राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात कर राजस्थान गतिरोध का शीघ्र समाधान करने की मांग की है. इतना ही नहीं, सचिन पायलट ने कथित तौर पर पार्टी में अपनी भविष्य की भूमिका के बारे में भी स्पष्टता मांगी है. ऐसे में अब खड़गे के सामने चुनौती है कि वह किस तरह से राजस्थान के मसले को सुलझाएंगे, जिससे गहलोत खेमा और पायलट खेमा दोनों संतुष्ट रहे. बता दें कि बीते दिनों हुए घटनाक्रम के बाद अशोक गहलोत सीएम पद पर बने रहेंगे या नहीं, इस पर फैसला होना.
नई दिल्ली: हाल ही में चुनाव के जरिए कांग्रेस की कमान संभालने वाले मल्लिकार्जुन खड़गे की जल्द ही टेंशन बढ़ने वाली है, क्योंकि राजस्थान में पार्टी के भीतर की सियासी रार अभी खत्म नहीं हुई है. कांग्रेस के नए अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को कई चुनौतियों में से एक राजस्थान में अपने पहले चुनौतीपूर्ण कार्य का सामना करना पड़ेगा, क्योंकि पार्टी का आंतरिक कलह थमने का नाम नहीं ले रहा है. सचिन पायलट ने मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात कर उनकी टेंशन बढ़ा दी है, क्योंकि सचिन पायलट चाहते हैं कि पार्टी के भीतर उनका रोल स्पष्ट किया जाए.
न्यूज18 की रिपोर्ट के मुताबिक, ऐसा माना जा रहा है कि राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात कर राजस्थान गतिरोध का शीघ्र समाधान करने की मांग की है. इतना ही नहीं, सचिन पायलट ने कथित तौर पर पार्टी में अपनी भविष्य की भूमिका के बारे में भी स्पष्टता मांगी है. ऐसे में अब खड़गे के सामने चुनौती है कि वह किस तरह से राजस्थान के मसले को सुलझाएंगे, जिससे गहलोत खेमा और पायलट खेमा दोनों संतुष्ट रहे. बता दें कि बीते दिनों हुए घटनाक्रम के बाद अशोक गहलोत सीएम पद पर बने रहेंगे या नहीं, इस पर फैसला होना.
मल्लिकार्जुन खड़गे: 50 साल का सियासी सफर, आगे बहुत कठिन है डगर; अध्यक्ष पद कैसे है ‘कांटों का ताज’?
यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि जब गहलोत और पायलट गुट के बीच बीते दिनों मामला गरमा गया था तो राजस्थान यूनिट के कलह को सुलझाने के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे राजस्थान में केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में अजय माकन के साथ गए थे और उस वक्त की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को राजस्थान के सियासी हालात पर अपनी रिपोर्ट सौंपी थी. उस रिपोर्ट के सामने आने के बाद ऐसी खबर आई कि सोनिया गांधी अशोक गहलोत से नाराज हैं. यही वजह है कि अशोक गहलोत ने पत्र लिखकर माफी मांगी थी.
महीनों से जारी है गहलोत बनाम पायलट विवाद
बता दें कि अशोक गहलोत और सचिन पायलट पिछले कई महीनों से पावर पॉलिटिक्स में उलझे हुए हैं, जिससे कांग्रेस के नेतृत्व के लिए सिरदर्द पैदा हो गया है. अब मल्लिकार्जुन खड़गे के सामने सबसे बड़ी और पहली चुनौती यही है कि राजस्थान में गहलोत बनाम पायलट विवाद को किसी तरह सुलझाया जाए, क्योंकि अगले साल के अंत में राज्य में विधानसभा चुनाव भी होने वाले हैं.
24 साल बाद गांधी परिवार के बाहर का अध्यक्ष
बता दें कि 26 अक्टूबर को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने पार्टी अध्यक्ष का औपचारिक रूप से कार्यभार संभाला था. 24 साल बाद गांधी परिवार से बाहर का कोई नेता कांग्रेस का अध्यक्ष बना है. दलित समुदाय से ताल्लुक रखने वाले 80 वर्षीय खड़गे ने 17 अक्टूबर को हुए ऐतिहासिक चुनाव में अपने प्रतिद्वंद्वी 66 वर्षीय शशि थरूर को मात दी थी. पार्टी के 137 साल के इतिहास में छठी बार अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हुआ था.
गुजरात और हिमाचल भी है चुनौती
खड़गे ने ऐसे समय में कार्यभार संभाला है जब पार्टी प्रासंगिकता बनाए रखने के लिए संघर्ष कर रही है. कांग्रेस अभी अपने दम पर सिर्फ दो राज्यों में सत्ता में है और तत्काल उसे हिमाचल प्रदेश और गुजरात में विधानसभा चुनाव में मैदान में उतरना है. दोनों राज्यों में उसे आक्रामक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और एक आम आदमी पार्टी (आप) से मुकाबला करना है.
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Tags: Ashok gehlot, Mallikarjun kharge, Rajasthan news, Sachin pilotFIRST PUBLISHED : November 02, 2022, 11:39 IST