नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल की पत्नी कनिका विधानसभा उपचुनाव में क्यों हारी

Nagaur News : नागौर कांग्रेस के पूर्व में जिलाध्यक्ष रह चुके सुखवीर सिंह चौधरी ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने खींवसर विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस में हुए टिकट वितरण को स्कैंडल बताया है. वहीं सांसद हनुमान बेनीवाल की पत्नी की हार के कारणों का भी खुलासा किया है.

नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल की पत्नी कनिका विधानसभा उपचुनाव में क्यों हारी
नागौर. खींवसर विधानसभा उपचुनाव से ठीक पहले कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए सुखवीर सिंह चौधरी के एक बयान ने नागौर की राजनीति में सनसनी फैला दी है. चौधरी ने कहा कि खींवसर में तो कांग्रेस का टिकट वितरण ही बहुत बड़ा स्कैंडल था. कांग्रेस के इन्हीं हालात के कारण उन्होंने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी ज्वॉइन की थी. उन्होंने खींवसर में आरएलपी सुप्रीमो और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल की पत्नी कनिका बेनीवाल की हार के कारणों को लेकर भी बड़ी बात कही. सुखवीर सिंह चौधरी कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष हैं और उपचुनाव से ठीक पहले उन्होंने बीजेपी में एंट्री ली थी. सुखवीर सिंह चौधरी ने कहा कि हनुमान बेनीवाल की हार के पीछे की सबसे बड़ी वजह यह रही कि उन्होंने चुनाव में गलत बयानबाजी की थी. नागौर की राजनीति के दिग्गज नेता रहे मिर्धाओं और मदेरणाओं को लेकर हल्के बयान दिये. हमारे बड़े बुजुर्गों को बारे में बार बार गलत कहा. चौधरी ने कहा कि मदेरणाओं और मिर्धाओं को बार बार गाली देने से खींवसर के थल्ली इलाके में इसका काफी नेगेटिव प्रभाव पड़ा और लोग उनके खिलाफ हो गये. खींवसर के थल्ली इलाके में मिर्धाओं और मदेरणाओं का काफी प्रभाव है. कांग्रेस की दुर्गति की वह खुद जिम्मेदार है खींवसर विधानसभा उपचुनाव कांग्रेस को मात्र 5 हजार वोट मिलने को लेकर भी चौधरी ने सवाल उठाया कि इसके लिए जिम्मेदार कौन है? उन्होंने कांग्रेस की कार्यशैली पर निशाना साधते हुए कहा कि खींवसर में कांग्रेस ने जिस तरह से टिकट वितरण किया वह बहुत गंभीर विषय है. यह तो बहुत बड़ा स्कैंडल था. अचानक ही टिकट दे दिया और फिर मात्र 5 हजार वोट मिले तो अब इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा. किसकी गलती थी. इसका कोई तो जिम्मेदार होगा. कांग्रेस की दुर्गति की वह खुद जिम्मेदार है. बेनीवाल ने पार्टी बनाकर क्या हासिल किया? चौधरी ने कहा कि आज लोगों के पास साधन हो गये. लोग सम्पन्न हो गये. लेकिन जब नागौर में मिर्धाओं और मदेरणाओं ने काम किया तब हालात बहुत अलग थे. फिर भी उन्होंने बहुत से काम ऐसे किये जिन्हें लोग आज भी याद करते हैं. वह चाहे किसानों को जमीन का अधिकार दिलाना हो या अन्य दूसरे काम. आज हनुमान बेनीवाल कहते हैं कि उन्होंने पार्टी बनाई तो पार्टी बनाकर हासिल क्या किया? वे कहते है कि लड़ना सिखा दिया लेकिन इससे मिला क्या? Tags: Big news, Hanuman Beniwal, Political newsFIRST PUBLISHED : December 7, 2024, 08:38 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed