करौली: दिव्यांगता का दर्द भुलाकर गरीब बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा उपलब्ध कराने की अनूठी पहल  

करौली में वजीरपुर गेट के बाहर भगत कॉलोनी निवासी शैली अग्रवाल दोनों पैरों से दिव्यांग हैं, लेकिन उन्होंने अपने बुलंद इरादे से इस शारीरिक चुनौती को मात दे दी है. शैली कोरोना काल के समय से गरीब बच्चों को मुफ्त शिक्षा प्रदान करने के साथ ही उन्हें शिक्षण सामग्री भी उपलब्ध करा रही हैं

करौली: दिव्यांगता का दर्द भुलाकर गरीब बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा उपलब्ध कराने की अनूठी पहल  
मोहित शर्मा करौली. एक सफल और कामयाब जीवन के लिए शिक्षित होना बहुत जरूरी है. इस मुहिम को साकार बनाने के खातिर दिव्यांगता के दर्द को भुलाकर राजस्थान के करौली में शैली अग्रवाल ने गरीब व शिक्षा से वंचित बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा प्रदान करने की अनूठी पहल कायम की है. करौली में वजीरपुर गेट के बाहर भगत कॉलोनी निवासी शैली अग्रवाल दोनों पैरों से दिव्यांग हैं, लेकिन उन्होंने अपने बुलंद इरादे से इस शारीरिक चुनौती को मात दे दी है. शैली कोरोना काल के समय से गरीब बच्चों को मुफ्त शिक्षा प्रदान करने के साथ ही उन्हें शिक्षण सामग्री भी उपलब्ध करा रही हैं. शैली कहती है कि बच्चों को पढ़ाने से उन्हें खुशी मिलती है. उनकी इस मुहिम में परिवार के सारे सदस्य भी उनका भरपूर सहयोग करते हैं. शैली व्हीलचेयर पर बैठकर बच्चों को पढ़ाती है. उनका सपना भविष्य में प्राथमिक विद्यालय खोलने का है. जानिए कैसे हुआ शैली का शिक्षा मिशन आरंभ शैली ने बताया कि उनके घर पर काम करने एक महिला आती थीं, साथ में उसके दो बच्चे भी आते थे, लेकिन वो स्कूल नहीं जाते थे. शैली ने इस बारे में महिला से पूछा तो उसने बताया कि उनके अभी कागज नहीं बने हैं. इसके बाद शैली ने दो वर्ष पहले उन बच्चों को पढ़ाना शुरू किया. कुछ दिन बाद उनके साथ कुछ बच्चे और पढ़ने आने लगे तो बच्चों की संख्या बढ़ने से स्कूल जैसा माहौल बन गया. इस रह दो बच्चों से शुरू हुआ यह सफर दो वर्षों में 80 बच्चों तक पहुंच गया. शैली पढ़ाने-लिखाने के साथ बालिकाओं को ड्राइंग, मेहंदी लगाना भी सिखाती हैं. शिक्षा के प्रति शैली अग्रवाल की लगन को देखकर उनकी माता-पिता काफी खुश हैं. वो इस नेक काम में उनका पूरा सहयोग करते हैं. शैली की मां विद्या देवी बताती हैं कि बच्चों की संख्या ज्यादा होती जा रही है जिसके चलते एक शिक्षक और लगाएंगे. इस बार स्वतंत्रता दिवस पर जिला स्तरीय समारोह में प्रशासन की ओर से शैली को सम्मानित किया गया था. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | FIRST PUBLISHED : September 13, 2022, 14:05 IST