19 लाख 53 हजार मतदाता चुनेंगे 7 विधायक जानें कितने वोटर्स घर से दे सकेंगे वोट
19 लाख 53 हजार मतदाता चुनेंगे 7 विधायक जानें कितने वोटर्स घर से दे सकेंगे वोट
Rajasthan Upchunav : चुनाव आयोग ने राजस्थान में झुंझुनूं, दौसा, रामगढ़, चौरासी, सलूंबर, देवली उनियारा और खींवसर विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव की तैयारियों को फाइनल टच दे दिया है. इन सात सीटों पर 19 लाख 53 हजार मतदाता 69 उम्मीदवारों में से 7 विधायक चुनेंगे.
जयपुर. राजस्थान में सात विधानसभा सीटों पर होने जा रहे उपचुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग ने मतदान की तैयारियों को फाइनल टच दे दिया है. उपचुनाव में आदर्श आचार संहिता लागू है. चुनाव को प्रभावित किए जा सकने वाले सभी रास्तों पर चुनाव आयोग सख्त नजर बनाए हुए है. आयोग कि ओर से अब से अब तक 13.5 करोड़ रुपये मूल्य की अवैध सामग्री और कैश जब्त किया जा चुका है. पुलिस थानों में 17212 लाइसेंसी हथियार जमा कर 9966 लोगों को पाबंद कर दिया गया है.
इन सात सीटों पर 69 उम्मीदवारों में से 7 विधायक चुनने के लिए 19,36,533 मतदाता मतदान करेंगे. इनमें से 3193 मतदाताओं को होम वोटिंग का मौका दिया जा रहा है. कुल 19,36,533 मतदाताओं में से 10 लाख पुरुष और 9.32 लाख महिला मतदाता हैं. 7 थर्ड जेंडर मतदाता हैं. सूबे की इन सात सीटों पर 13 नवंबर को मतदाता वोट डालेंगे. उसके बाद 23 नवंबर को इन मतों की गिनती होगी.
सबसे बड़ा दंगल दौसा और खींवसर विधानसभा सीट पर हो रहा है
इन सात सीटों के लिए 1862 मतदान केन्द्र और 53 सहायक मतदान केन्द्र बनाए गए हैं. 1938 में से 1122 मतदान केन्द्रों पर लाइव वेबकास्टिंग होगी. 7 सीटो के लिए कुल 69 उम्मीदवारों में से 10 महिला और 59 पुरुष हैं. इन सात सीटों में से सबसे बड़ा दंगल दौसा और खींवसर विधानसभा सीट पर हो रहा है. इन दोनों सीटों पर सर्वाधिक 12-12 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं जबकि सबसे कम प्रत्याशी सलूंबर में है. वहां केवल 6 ही उम्मीवार चुनाव मैदान में डटे हैं. इन तीन सीटों के अलावा झुंझुनू में 11, रामगढ़ तथा चौरासी में 10-10 और देवली-उनियारा में 8 उम्मीदवार लड़ रहे हैं.
मतदाता 12 वैकल्पिक दस्तावेजों की मदद से मतदान कर सकते हैं
चुनाव आयोग के मुताबिक शहरी क्षेत्रों में 241 और ग्रामीण इलाकों में 1621 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. मतदाता 12 वैकल्पिक दस्तावेजों की मदद से मतदान कर सकते हैं. विधानसभा उपचुनावों के मतदान में अब 11 दिन का समय बचा है. इन 11 दिनों में चुनाव से पहले अंतिम 9 दिनों में चुनाव प्रचार चरम पर रहेगा. आयोग सोशल मीडिया पर पोस्ट की जाने वाली संवेदनशील पोस्ट को लेकर बेहद सख्त है. उस पर जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई गई है. संवेदनशील पोस्ट की जानकारी मिलने पर स्थानीय स्तर पर ही त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं.
Tags: Assembly by election, Political newsFIRST PUBLISHED : November 2, 2024, 15:47 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed