बेटे ने की मां की बराबरी लगातार 5वीं बार बने सांसद सीट को बनाया BJP का गढ़

Jaipur News: राजस्थान की झालावाड़ लोकसभा सीट एक ऐसी सीट है जहां बीते 35 साल से वसुंधरा राजे और उनके बेटे दुष्यंत सिंह चुनाव जीतते आ रहे हैं. राजे और उनके बेटे दुष्यंत सिंह दोनों यहां से पांच-पांच बार लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं.

बेटे ने की मां की बराबरी लगातार 5वीं बार बने सांसद सीट को बनाया BJP का गढ़
जयपुर. राजस्थान और मध्य प्रदेश के बॉर्डर पर स्थित राजस्थान की झालावाड़-बारां लोकसभा सीट एक ऐसी सीट है जहां बीते करीब साढ़े तीन दशक से एक परिवार लोग सांसद चुने जा रहे हैं. इस सीट पर पहले राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे लगातार पांच बार जीत दर्ज करा चुकी हैं. राजे ने जब से इस सीट को छोड़ा है उसके बाद उनके बेटे दुष्यंत सिंह यहां से सांसद चुने जा रहे हैं. सिंह इस बार पांचवीं दफा झालावाड़ से चुनाव जीते हैं. वे लगातार पांच बार लोकसभा चुनाव जीतकर अपनी मां के रिकॉर्ड की बराबरी तो कर चुके हैं लेकिन केन्द्र में कोई पद नहीं पा सके हैं . राजे इस लोकसभा सीट से पहली बार 1989 में चुनाव मैदान में उतरीं थी. उसके बाद उन्होंने यहां से लगातार पांच बार लोकसभा चुनाव जीते. राजे झालावाड़ सीट से 1989, 1991, 1996, 1998 और 1999 में सांसद निर्वाचित हुईं थी. उसके बाद राजे ने साल 2003 में राजस्थान की राजनीति में कदम रखा. तब भी उन्होंने झालावाड़ की झालारापाटन विधानसभा सीट को चुना. उन्होंने झालारापाटन से ही विधायक बनकर 2003 में राजस्थान कमान संभाली थी. सिंह ने चार चुनाव रिकॉर्ड मतों से जीते हैं उसके बाद से राजे झालरापाटन सीट से लगातार पांचवीं बार विधायक बनी हैं. राजस्थान की राजनीति के इस सफर के दौरान वे साल 2003 और 2013 में दो बार सीएम रहीं. दो कार्यकाल में 10 साल सीएम हने के बाद राजे इस बार बीजेपी राज आने के बावजूद सीएम नहीं बन पाईं. राजे ने जब 2003 में झालावाड़ लोकसभा सीट छोड़ी तो उसके बाद उसे अपने बेटे दुष्यंत सिंह को संभलाया था. सिंह ने मां की इस राजनीतिक विरासत को बखूबी संभाला और चार बार लाखों मतों से चुनाव जीता. वे साल 2009 के चुनाव एक बार 52841 वोटों के अंतर से जीते थे. यह चुनाव उनके लिए सबसे कठिन रहा था. शेष सभी चुनाव उन्होंने लाखों वोटों के अंतर से जीते हैं. झालावाड़ को बीजेपी अभेद्य गढ़ माना जाता है सिंह वर्तमान में राजस्थान के सबसे वरिष्ठ सांसद हैं. वे 2004, 2009, 2014, 2019 और अब 2024 में लगातार पांच बार चुनाव जीत कर मां राजे के रिकॉर्ड की बराबरी कर चुके हैं लेकिन अभी तक उन्हें केन्द्र में कोई मंत्री पद नहीं मिल पाया है. जबकि राजे सांसद रहते हुए केन्द्र में मंत्री भी रह चुकी हैं. राजे के कारण झालावाड़ को बीजेपी अभेद्य गढ़ माना जाता है. इस बार सिंह के पांचवीं बार सांसद चुने जाने और केन्द्र में एनडीए की सरकार आने के बाद उनके मंत्री बनने के कयास लगाए जा रहे थे लेकिन ऐसा हो नहीं पाया. इन लोकसभा चुनावों में राजे की भूमिका भी काफी सीमित रही थी. वे चुनाव प्रचार के दौरान झालावाड़ क्षेत्र के अलावा कहीं और कम नजर आईं. हालांकि राजे अभी बीजेपी संगठन में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद आसीन हैं. लेकिन सूबे की सक्रिय राजनीति में उनकी भूमिका कम होती जा रही है. (इनपुट- तरुण शर्मा) Tags: Jaipur news, Jhalawar news, Rajasthan bjp, Rajasthan news, Vasundhara rajeFIRST PUBLISHED : June 11, 2024, 12:12 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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