कांग्रेस: सियासी पद लेना है तो नेताओं को करना पड़ेगा ये काम पार्टी ने बदली अपनी कार्यप्रणाली

कांग्रेस ने बदली अपनी कार्यप्रणाली: कांग्रेस (Congress) ने सियासी धरने प्रदर्शनों की सफलता को सुनिश्चित करने के लिये अपनी कार्यप्रणाली में बदलाव (Change in working style) किया है. अब पार्टी में उसी नेता को तवज्जो मिलेगी जो पार्टी की ओर से आयोजित किये जाने वाले कार्यक्रमों में बढ़चढ़कर हिस्सा लेंगे और उसे सफल बनाने के लिये ऐडी से चोटी तक का जोर लगायेंगे. इसके लिये पार्टी ने अब इन कार्यक्रमों की निगरानी के लिये ऑब्जर्वर लगाने शुरू कर दिये हैं.

कांग्रेस: सियासी पद लेना है तो नेताओं को करना पड़ेगा ये काम पार्टी ने बदली अपनी कार्यप्रणाली
जयपुर. राजनीतिक दल अपना दमखम दिखाने के लिए धरने-प्रदर्शन जैसे आयोजन करते रहते हैं. कई बार नेताओं की ओर से इन निर्देशों को का पालन सही तरीके से नहीं जाने के चलते ये फ्लॉप शो भी साबित होते हैं. लेकिन अब कांग्रेस (Congress) इसे लेकर गंभीर नजर आ रही है. पिछले कुछ समय से पार्टी ने अपनी वर्किंग स्टाइल में बदलाव (Change in working style) किया है. पार्टी की ओर से कॉल किए गए कार्यक्रमों में एकजुटता और दमदारी नजर आए इसके लिए पार्टी अब अपनी मॉनिटरिंग व्यवस्था को मजबूत कर रही है. इसको देखते हुये कई नेता सक्रिय हो गये हैं. वहीं धरने-प्रदर्शनों में नेताओं और कार्यकर्ताओं की तादाद में भी इजाफा होने लगा है. कांग्रेस अब कमोबेश हर कार्यक्रम में पार्टी की ओर से पर्यवेक्षकों की नियुक्ति कर रही है ताकि इन कार्यक्रमों में नेताओं की भागीदारी पर निगरानी रखी जा सके. इन पर्यवेक्षकों की ओर से हर कार्यक्रम की रिपोर्ट तैयार कर प्रदेश कांग्रेस को सौंपी जा रही है. उसमें पूरा ब्यौरा दिया जा रहा है. इन रिपोर्ट्स के आधार पर पार्टी भविष्य में नेताओं को लेकर फैसले भी करेगी. लापरवाह उठाएंगे खामियाजा हाल ही में अग्निपथ को लेकर हुए विरोध-प्रदर्शनों के लिए प्रदेश स्तर से पर्यवेक्षक लगाए गए थे और अब ईआरसीपी को लेकर होने वाले विरोध-प्रदर्शनों के लिए भी पर्यवेक्षक नियुक्त किए जाएंगे. संगठन की ओर से कॉल किए जाने वाले कार्यक्रम सफल हो और ज्यादा से ज्यादा संख्या में कार्यकर्ताओं की इनमें भागीदारी हो इसकी जिम्मेदारी पदाधिकारियों की होती है. लेकिन कई बार पदाधिकारी इन कार्यक्रमों को लेकर ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाते. इसकी वजह से पार्टी के कार्यक्रमों में भीड़ नहीं जुटती और पार्टी की किरकिरी होती है. रिपोर्ट्स में हर पहलू का जिक्र किया जा रहा है अब पर्यवेक्षकों की ओर से अपनी रिपोर्ट में धरने-प्रदर्शनों के हर पहलू का उल्लेख किया जा रहा है जिसमें यह तक बताया जा रहा है कि कौन नेता कार्यक्रम में शामिल हुआ और कौन नहीं. नेताओं की जो रिपोर्ट्स तैयार हो रही हैं वह आलाकमान तक जाएगी. इन कार्यक्रमों जो नेता लापरवाही बरतेगा उसे भविष्य में इसका खामियाजा उठाना पड़ सकता है. वहीं जो नेता सक्रिय होंगे और अच्छा काम करेंगे उन्हें इसका फायदा भी मिलेगा. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Jaipur news, Rajasthan Congress, Rajasthan news, Rajasthan PoliticsFIRST PUBLISHED : July 10, 2022, 08:35 IST