राजस्थान पर बीजेपी का भरोसा बरकरार केन्द्र में पुराना रुतबा रहा कायम

Rajasthan Politics: राजस्थान में लोकसभा चुनावों में बीजेपी की 11 सीटों पर हार के बावजूद इस बार भी गत बार की तरह केन्द्र सरकार में रुतबा कायम है. राजस्थान के खाते में पहले की तरह चार मंत्री और लोकसभा अध्यक्ष का पद आ गए हैं. इससे जाहिर है पार्टी का राजस्थान पर भरोसा कायम है.

राजस्थान पर बीजेपी का भरोसा बरकरार केन्द्र में पुराना रुतबा रहा कायम
जयपुर. लोकसभा चुनावों में राजस्थान में 11 सीटें गंवाने के बावजूद बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व का राजस्थान पर भरोसा बरकरार है. पीएम नरेन्द्र मोदी के तीसरे कार्यकाल में भी राजस्थान का मंत्री कोटा और लोकसभा अध्यक्ष का पद बरकरार रहा. इससे पार्टी की राजस्थान ईकाई का जोश हाई है. पीएम मोदी 3.0 सरकार में भी राजस्थान से चार सांसदों को मंत्री बनाया गया है. वहीं लोकसभा अध्यक्ष के पद पर कोटा सांसद ओम बिरला को रिपिट कर राजस्थान पर भरोसा बनाए रखा है. ओम बिरला ने लगातार तीसरी बार कोटा-बूंदी लोकसभा क्षेत्र से चुनाव जीत कर हैट्रिक बनाई है. ओम बिरला इससे पहले लगातार तीन बार कोटा दक्षिण से विधायक रह चुके हैं. वे न केवल राजस्थान बल्कि देश में वैश्य वर्ग का बीजेपी का बड़ा चेहरा हैं. ओम बिरला को पहले इस बार मंत्रिमंडल में शामिल करने के कयास लगाए जा रहे थे. लेकिन जब उनको मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया और राजस्थान से पिछली बार की तरह चार सांसदों को मंत्री बनाया गया तभी से बिरला को भी फिर से लोकसभा अध्यक्ष बनाए जाने की राजस्थान की उम्मीदें जवां हो गई थी. बीजेपी का विजयी रथ इस बार 14 सीटों पर ही थम गया था राजस्थान ने साल 2014 और साल 2019 में राजस्थान की सभी 25 की 25 सीटें जीत कर क्लीन स्वीप किया था. इस बार बीजेपी ने क्लीन स्वीप की हैट्रिक बनाने का दावा किया था. वह मिशन-25 लेकर ही चुनाव मैदान में उतरी थी. लेकिन उसका यह सपना पूरा नहीं हो पाया. कांग्रेस और इंडी गठबंधन ने बीजेपी का विजयी रथ 14 सीटों पर ही थाम दिया. इससे बीजेपी को तगड़ा झटका लगा. उसके बाद यह उम्मीद जताई जा रही थी कि इस बार राजस्थान से कम मंत्री बनाए जाएंगे. लेकिन बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व और पीएम मोदी ने ऐसा नहीं किया. मंत्रियों का दर्जा भी बरकरार रखा बीजेपी ने इस बार भी अपने पुराने तीन मंत्रियों गजेन्द्र सिंह शेखावत, भूपेन्द्र यादव और अर्जुनराम मेघवाल समेत भागीरथ चौधरी को मंत्री बनाकर इन कयासों को झूठा साबित कर दिया. यही नहीं पीएम नरेन्द्र मोदी ने पहले की ही तरह मंत्रियों का दर्जा भी बरकरार रखा. उसमें भी कोई फेरबदल नहीं किया. शेखावत और यादव पहले भी कैबिनेट मंत्री थे. इस बार भी कैबिनेट मंत्री हैं. वहीं अुर्जनराम मेघवाल पहले भी स्वतंत्र प्रभार वाले राज्यमंत्री थे. इस बार भी हैं. पूर्व केन्द्रीय राज्य मंत्री कैलाश चौधरी चुनाव हार गए तो उनकी जगह अजमेर सांसद भागीरथ चौधरी को राज्य मंत्री बनाया गया है. Tags: Jaipur news, Rajasthan news, Rajasthan PoliticsFIRST PUBLISHED : June 27, 2024, 14:41 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed