अमेठी: सरकारी विद्यालयों में सुविधाओं के अभाव के कारण अधिकतर अभिभावक अपने बच्चों का दाखिला प्राइवेट और कान्वेंट स्कूलों में कराने को प्राथमिकता देते हैं. लेकिन अमेठी के कुछ होनहार शिक्षकों की लगन ने सरकारी विद्यालयों की तस्वीर बदल दी है. इन शिक्षकों ने अपने विद्यालयों को कॉन्वेंट स्कूल जैसा बना दिया है.
स्कूलों की बदली तस्वीर
प्राथमिक विद्यालय, मधुपुर खदरी (संग्रामपुर ब्लॉक):
यहां के प्रधानाध्यापक अरुणेश प्रताप सिंह और उनके सहयोगी शिक्षकों ने मिलकर विद्यालय में किचन गार्डन, हाईटेक वॉशरूम, कंप्यूटर लैब, प्रोजेक्टर, पुस्तकालय और बच्चों के खेलकूद के लिए झूलों की व्यवस्था की है. ये सभी सुविधाएं इन्होंने अपने प्रयासों से जुटाई हैं, किसी से पैसे लेकर नहीं. अरुणेश प्रताप सिंह को राज्य पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है.
देवीपाटन द्वितीय विद्यालय (अमेठी)
प्रधानाध्यापिका अमिता मिश्रा ने विद्यालय को बेहतर बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं. उनके प्रयासों का परिणाम है कि आज सैकड़ों बच्चे यहां दाखिला ले रहे हैं. यहां पर बच्चों को योग, व्यायाम और प्रोजेक्टर के माध्यम से पढ़ाई कराई जाती है. गर्मी से बचाव के लिए इनवर्टर और सोलर प्लेट की व्यवस्था भी की गई है.
टिकरिया विद्यालय (अमेठी)
यह विद्यालय रेलवे ट्रेन की तरह दिखता है. यहां की बिल्डिंग को रेलवे ट्रेन की तरह बनाया गया है, जिससे बच्चों को ऐसा महसूस होता है जैसे वे ट्रेन में सफर कर रहे हों. इस विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने भी इसे बेहतर बना दिया है और आज यह विद्यालय बेहतर शिक्षा के लिए पूरे जिले में मशहूर है.
बच्चों को मिल रही अच्छी पढ़ाई
खंड शिक्षा अधिकारी अर्जुन सिंह ने बताया कि बच्चों को सरकारी विद्यालय में अच्छी पढ़ाई मिले, इसके लिए समय-समय पर आवश्यक प्रयास किए जा रहे हैं. कुछ विद्यालयों को सरकार की तरफ से और कुछ को शिक्षकों की तरफ से कायाकल्पित किया गया है. हमारा प्रयास है कि सरकारी विद्यालयों में बच्चों का नामांकन बढ़े और सभी गुणवत्ता में सुधार हो. आने वाले समय में सरकारी विद्यालयों में बच्चों का मन और अधिक लगेगा.
Tags: Govt School, Local18FIRST PUBLISHED : August 3, 2024, 11:10 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed