काफी पौराणिक है यह नदी हिरण्यकश्यप की पत्नी ने की थी यहां पूजा जानें मान्यता
काफी पौराणिक है यह नदी हिरण्यकश्यप की पत्नी ने की थी यहां पूजा जानें मान्यता
अमेठी के मुसाफिरखाना के गुन्नौर गांव में यह प्राचीन स्थल मौजूद है. मन्दिर के समीप निकली नदी कयाधु का इतिहास काफी प्राचीन है. इस नदी का पानी कभी नहीं सूखता है.
आदित्य कृष्ण अमेठी: अमेठी में घूमने के कई पौराणिक स्थल मौजूद हैं. आज भी कुछ पौराणिक स्थल ऐसे हैं, जिनका उल्लेख इतिहास और पुराणों के साथ गजेटियर में दर्ज है. हम बात कर रहे हैं कायाधु नदी की. यह वह नदी है जिसका पानी कभी नहीं सूखता. इसके साथ ही इस नदी के किनारे मौजूद है एक प्राचीन शिव मंदिर. मान्यता है कि यहां पर आने वाले भक्तों की सभी कष्ट बाधा भगवान भोलेनाथ दूर करते हैं. जिस स्थान की हम बात कर रहे हैं वहां कभी ऋषि मुनियों ने भी तपस्या की थी. जिसकी वजह से इस स्थान का महत्व और बढ़ जाता है.
दरअसल अमेठी के मुसाफिरखाना के गुन्नौर गांव में यह प्राचीन स्थल मौजूद है. मन्दिर के समीप निकली नदी कयाधु का इतिहास काफी प्राचीन है. इस नदी का पानी कभी नहीं सूखता है. इस स्थान के किनारे सैकड़ों गांव बसे हैं, जहां के लोग आज भी यहां पर पूजा अर्चना करने मंदिर आते हैं और भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद लेते हैं. अपने शुभ कार्यों की शुरुआत करने के साथ निसंतान को यहां संतान की प्राप्ति होती है. यहां पर सभी कष्ट बाधा दूर होती है, ऐसी इस मंदिर की मान्यता है
हिरण्यकश्यप की पत्नी कयाधु ने की थी मन्दिर की स्थापना
आपको बता दें कि इस शिव मन्दिर की स्थापना सैकड़ों साल पहले हुई थी. मान्यता है कि हिरण्यकश्यप की पत्नी कयाधु ने यहां पूजा अर्चना की. जिसके बाद यहां मौजूद पौराणिक नदी का नाम भी कयाधु के नाम से पड़ा.
पूरी होती है मन्नत
मन्दिर के पुजारी स्वामी रामानुजाचार्य महराज बताते हैं कि यहां भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती है. यह ऋषि मुनियों की तपोस्थली है और भक्त यहां पूजा अर्चना करने आते हैं. उन्होंने कहा कि कोई भी शुभ काम करने से पहले यहां पर अपनी अर्जी लगाने वाले व्यक्ति के काम में कोई समस्या नहीं आती है.
Tags: Hindi news, Local18, Religion 18FIRST PUBLISHED : July 11, 2024, 16:10 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed