रजनीश यादव/प्रयागराज: महल और किले आपको भारत के हर शहर में देखने के लिए मिलेंगे. कुछ महल तो किसी भारतीय नहीं, बल्कि विदेशी रानी-राजा की याद में भी बनवाए गए थे. इसी बात का उदाहरण है रानी विक्टोरिया मेमोरियल महल. इस महल की खूबसूरती और इतिहास जानने के लिए लोग यहां पहुंचते हैं. भारत ही नहीं विदेश के लोग भी इस महल को देखने पहुंचते हैं.
कौन थीं महारानी विक्टोरिया?
रानी विक्टोरिया की याद में यह महल बनाया गया था. जो ब्रिटिश साम्राज्य की महानतम रानियों में से एक थीं. महारानी विक्टोरिया ब्रिटेन और आयरलैंड की रानी थीं, जिनका शासनकाल 1837 से 1901 तक रहा. उनके शासनकाल को विक्टोरियन युग के रूप में जाना जाता है, जो ब्रिटेन के इतिहास में महत्वपूर्ण समय था. इस अवधि में ब्रिटेन ने बड़े पैमाने पर औद्योगिक विकास और साम्राज्य विस्तार किया. रानी विक्टोरिया को उनके सशक्त नेतृत्व, सांस्कृतिक प्रगति और सामाजिक सुधारों के लिए जाना जाता है.
विक्टोरिया मेमोरियल कहां है?
महारानी विक्टोरिया की याद में प्रयागराज में इस भव्य महल का निर्माण 20वीं शताब्दी के शुरुआती वर्षों में किया गया था. महल की वास्तुकला ब्रिटिश और भारतीय शैलियों का मिश्रण है, जो इसे विशेष रूप से आकर्षक बनाती है. महल के विशाल बाग, सुंदर फव्वारे और उत्कृष्ट नक्काशी पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देते हैं. महल के अंदर विभिन्न कला संग्रह, चित्रकारी और ऐतिहासिक दस्तावेज प्रदर्शित किए गए हैं. जो रानी विक्टोरिया और उनके समय की झलक प्रदान करते हैं. यहां आने वाले पर्यटक न केवल महल की सुंदरता का आनंद लेते हैं.
लोग देखते हैं सुंदर नजारे
महल की शानदार वास्तुकला, बाग और फव्वारे पर्यटकों के लिए मुख्य आकर्षण हैं. कला और संस्कृति: महल के अंदर संग्रहालय में रानी विक्टोरिया के समय की चित्रकारी, कला वस्त्र,और ऐतिहासिक दस्तावेज प्रदर्शित किए गए हैं. पर्यटक यहां आकर ब्रिटिश राज के समय की समृद्ध विरासत के बारे में जान सकते हैं.
महारानी विक्टोरिया महल में कैसे पहुंचे?
महारानी विक्टोरिया को देखने के लिए आपको चंद्रशेखर आजाद पार्क की गेट नंबर 5 के पास जाना होगा. जहां से ₹5 का टिकट लेकर सुबह 6:00 बजे से लेकर रात्रि में 9:00 बजे तक इस विक्टोरिया महल का आप दीदार कर सकते हैं.
Tags: Local18, Prayagraj NewsFIRST PUBLISHED : August 22, 2024, 12:35 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed