अमरूद ही नहीं यहां के आम की भी मिठास पहुंची दुबई-ओमान इस तकनीक से की खेती

आम पर बोर लगने के बाद जब छोटे-छोटे फल आ जाते हैं, तो उसको एक बैगिंग के द्वारा ढक दिया जाता है. ताकि, इन्हें कीड़े मकोड़े से कोई नुकसान न हो एवं आंधी तूफान में भी टूटकर न गिरे. एक सूट बैक की कीमत दो रुपये 75 पैसे होती है. इस प्रकार से पैदा होने वाले आम स्वाद में मीठे और दाग रहित होते हैं.

अमरूद ही नहीं यहां के आम की भी मिठास पहुंची दुबई-ओमान इस तकनीक से की खेती
प्रयागराज /रजनीश यादव: प्रयागराज का अमरूद दुनिया भर में विख्यात है. क्योंकि, यहां के सफेद अमरूद का स्वाद एक बार जिसके मुंह लग जाता है वह बार-बार खाता है. लेकिन, अब प्रयागराज मंडल का अमरूद ही नहीं बल्कि यहां के आम भी दुनिया भर में निर्यात किए जा रहे हैं. विशेष तकनीक के माध्यम से उगाई जा रहे प्रयागराज के आम स्वाद में लाजवाब हो रहे हैं. प्रयागराज मंडल में इस चौसा और दशहरी को मिलाकर इस सीजन में 50 हजार टन से अधिक आम का उत्पादन हुआ है. इसके उत्पादन में एक विशेष तकनीकी फ्रूट बैगिंग का प्रयोग किया गया. इस तकनीक के द्वारा उत्पादन किए गए आम को एक कंपनी के द्वारा इन बेहतरीन आमों को दुबई, सलाला और ओमान भेजा जा रहा है. अधिकारी बताते हैं कि क्वालिटी बेस्ड तैयार आम की डिमांड खाड़ी देशों में देखकर वह अभी अचंभित रह गए. इसका सीधा लाभ आम की बागवानी करने वाले किसानों को मिला. अधिकारी बताते हैं कि अगले सीजन में फ्रूट बैंकिंग तकनीकी का प्रयोग और बड़े स्तर पर किया जाएगा. क्या है फ्रूट बैगिंग तकनीक? औद्यानिक प्रयोग एवं प्रशिक्षण केंद्र खुसरो बाग के प्रभारी विजय किशोर सिंह ने बताया कि जहां पहले प्रयागराज के अमरूद की खुशबू खाड़ी देशों में महकती थी. वहीं, प्रयागराज मंडल के आम ने भी अपने मिठास का स्वाद दुबई, ओमान और अन्य खाड़ी देशों में फैला दिया. इसके पीछे का मुख्य कारण फ्रूट बैंकिंग तकनीकी है. इससे फलों को कीट पतंग से भी सुरक्षा मिलती है. अधिक दाम में बिकता है ये आम आम पर बोर लगने के बाद जब छोटे-छोटे फल आ जाते हैं, तो उसको एक बैगिंग के द्वारा ढक दिया जाता है. ताकि, इन्हें कीड़े मकोड़े से कोई नुकसान न हो एवं आंधी तूफान में भी टूटकर न गिरे. एक सूट बैक की कीमत दो रुपये 75 पैसे होती है. इस प्रकार से पैदा होने वाले आम स्वाद में मीठे और दाग रहित होते हैं. इनका दाम भी अधिक होता है और मांग भी ज्यादा होती है. सफल हुआ आम पर बैगिंग तकनीक का ट्रायल विजय किशोर सिंह बताते हैं कि बेस्ट प्रोडक्शन और उत्पादन को लेकर प्रयागराज का अमरूद हमेशा देश दुनिया में विख्यात रहा है. लेकिन इस वर्ष फ्रूट बैगिंग तकनीक का प्रयोग आम के पेड़ों पर किया गया. उत्पादन के साथ ही आम के स्वाद में भी गजब का परिवर्तन देखने को मिला. इस विधि से तैयार आम का स्वाद एवं सुगंध लाजवाब होने के साथ ही मुंबई, दुबई, ओमान में छा गया. इस विधि का ट्रायल प्रयागराज मंडल के फतेहपुर कौशांबी प्रतापगढ़ एवं प्रयागराज जिलों में किया गया. वर्तमान उत्तर के अनुसार प्रतापगढ़ आम के उत्पादन में प्रयागराज से अभी भी आगे चल रहा है. Tags: Agriculture, Kisan, Local18, Prayagraj NewsFIRST PUBLISHED : July 5, 2024, 17:22 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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