800 साल पुराना शिव मंदिर पृथ्वीराज चौहान से जुड़ा है इतिहास मन्नत मांगने

Prithvinath Mahadev Mandir Agra: आगरा के शाहगंज इलाके में स्थित पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर सम्राट पृथ्वीराज चौहान से जुड़ा हुआ है.  यह मंदिर 800 साल से ज़्यादा पुराना माना जाता है. मान्यता है कि एक बार पृथ्वीराज चौहान इस इलाके से गुज़र रहे थे, तब यहां जंगल था. उन्होंने अपना घोड़ा बांधने की कोशिश की.

800 साल पुराना शिव मंदिर पृथ्वीराज चौहान से जुड़ा है इतिहास मन्नत मांगने
आगरा /हरिकांत शर्मा: आगरा के चारों कोने पर भगवान महादेव के चार प्रसिद्ध मंदिर मौजूद हैं. इनमें राजेश्वर, बल्केश्वर, कैलाश और पृथ्वीनाथ मंदिर शामिल है.  ऐसा माना जाता है कि आगरा शहर की रक्षा खुद स्वयं भगवान शिव करते हैं .  सावन के हर एक सोमवार को इन चारों मंदिरों पर भव्य मेला लगता है. पूजा अर्चना की जाती है. सावन के चौथे सोमवार को आगरा के पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर पर सैकड़ों सालों से मेले का आयोजन किया जाता है.  इस दिन भगवान महादेव का विशेष श्रृंगार भी किया जाता है.  मान्यता है कि जो भक्त सच्चे हृदय से बाबा की भक्ति करता है. उसकी हर मनोकामना पूरी होती है. इस मंदिर का इतिहास 800 साल से भी अधिक पुराना है और पृथ्वीराज चौहान से जुड़ा हुआ है. आगरा के शाहगंज इलाके में स्थित पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर सम्राट पृथ्वीराज चौहान से जुड़ा हुआ है.  यह मंदिर 800 साल से ज़्यादा पुराना माना जाता है. मान्यता है कि एक बार पृथ्वीराज चौहान इस इलाके से गुज़र रहे थे, तब यहां जंगल था. उन्होंने अपना घोड़ा बांधने की कोशिश की. लेकिन, घोड़ा बार-बार खुल जाता था. घोड़े को बांधने के लिए जगह तलाशते समय उन्हें शिवलिंग दिखाई दिया. पृथ्वीराज चौहान ने शिवलिंग के छोर को जानने के लिए खुदाई की, लेकिन उन्हें छोर नहीं मिला. इसके बाद उन्होंने शिवलिंग की पूजा की और मंदिर बनवाया. कालांतर में उन्हीं के नाम पर मंदिर का नाम पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर पड़ गया. सैकड़ों सालों से सावन के चौथे सोमवार को लगता है मेला मान्यता है कि इस मंदिर में शिवजी पूरे परिवार के साथ विराजमान हैं. यहां उनकी पूजा-अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. सावन के चौथे सोमवार को इस मंदिर पर भव्य मेला लगता है. इस दिन मंदिर में सुबह चार बजे से मंगला आरती होती है. और दिनभर में छह पहर की आरती होती है. शाम को भगवान को छप्पन भोग लगाया जाता है और भजन संध्या भी होती है. मेले में झूले और दुकानें भी लगती हैं. Tags: Agra latest news, Local18, Sawan Month, Sawan somvarFIRST PUBLISHED : August 11, 2024, 13:13 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ेंDisclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.
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