यूपी के इस शहर में मेट्रो बनी आफत घर छोड़ लोगों ने होटल में ली शरण जानिए वजह

Agra Metro: मोती कटरा तार की गली में रहने वाली रेखा यादव ने बताया कि वह पिछले तीन चार दिनों से एक होटल में परिवार के साथ रह रही हैं. घर की स्थिति भी खराब है. उनके तीन मंजिला मकान में कई जगह दरार आ गयी हैं.

यूपी के इस शहर में मेट्रो बनी आफत घर छोड़ लोगों ने होटल में ली शरण जानिए वजह
हरिकांत शर्मा/आगरा : शहर के विकास में पंख लगाने के लिए आगरा में मेट्रो बेहद ज़रूरी है. तेजी से शहर भर में मेट्रो का काम भी चल रहा है. लेकिन मेट्रो की कार्य प्रणाली आगरा मोती कटरा तार की गली में रहने वाले आधा दर्जन से अधिक परिवारों के लिए मुसीबत बन गई है. मेट्रो की अंडरग्राउंड टनल खुदाई के चलते इनके घरों की बुनियाद हिल गई है .मकान में दरारें आ गई हैं और कभी भी मकान धराशाई हो सकते हैं. घरों में रहने वाले परिवारों को होटल में शरण लेनी पड़ी है. जो लोग बचे हैं, वे भय के साए में जी रहे हैं. मकान को गिरने से रोकने के लिए लगाए सपोर्ट  उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (UPMRC) पूरे शहर भर में मेट्रो की पटरी बिछा रहा है. फिलहाल मेट्रो के 6 स्टेशन पूरी तरह से बनकर तैयार हैं. जिन पर मेट्रो दौड़ रही है. बाकी के रूट पर स्टेशनों और अंडरग्राउंड टनल बनाने का काम जारी है. मनकामेश्वर स्टेशन से एसएन मेडिकल कॉलेज और आगरा कॉलेज को जोड़ने वाली टनल में अंडरग्राउंड खुदाई का काम जारी है. मोती कटरा तार की गली के नीचे हेवी मशीन के जरिए अंडरग्राउंड टनल बनाई जा रही है. कंपन की वजह से आधा दर्जन मकानों में दरारें आ गई हैं .हालांकि मेट्रो के इंजीनियरों ने इन मकानों को गिरने से रोकने के लिए लोहे की रोड से सपोर्ट भी दिया है. लेकिन इन घरों में रहने वाले लोग डर के साए में हैं. कभी भी हो सकता है हादसा  मोती कटरा तार की गली में रहने वाली रेखा यादव ने बताया कि वह पिछले तीन चार दिनों से एक होटल में परिवार के साथ रह रही हैं. घर की स्थिति भी खराब है. उनके तीन मंजिला मकान में कई जगह दरार आ गयी हैं. दरार की वजह मेट्रो के द्वारा अंडरग्राउंड खुदाई है. अकेले रेखा यादव के घर की यह स्थिति नहीं है. उन्ही के घर के सामने रहने वाले जगदीश शर्मा के घर का भी यही हाल है. हालांकि इन लोगों ने चिंता जाहिर की है कि कहीं उनका मकान न गिर जाए. अगर ऐसा हुआ तो वह सड़क पर आ जाएंगे. मेट्रो के अधिकारियों ने किये हाथ खड़े  रेखा यादव का कहना है कि हमने मेट्रो के अधिकारियों से कहा है कि लिखित में आश्वासन दें कि अगर उनका मकान गिर जाए, तो वह बनाकर देंगे .लेकिन मेट्रो के अधिकारियों ने कोई आश्वासन नहीं दिया. अब इन मकानों में रहने वाले लोगों को शासन से उम्मीद है कि उनके आशियाने को जमींदोज  होने से बचाया जाए. Tags: Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : September 22, 2024, 12:38 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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