भाई-बहनों ने स्टार्टअप कर किया कमाल खड़ा कर दिया सिस्टर मोमोस का कारोबार
भाई-बहनों ने स्टार्टअप कर किया कमाल खड़ा कर दिया सिस्टर मोमोस का कारोबार
Sisters Momos: आगरा में 3 महीने पहले अपना "सिस्टर मोमोस" के नाम से स्ट्रीट फूड का स्टार्टअप शुरू करने वाली 3 बहनों का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. तीनों बहनों में तीसरे नंबर की नीलू ने कहा कि वह सभी भाई-बहन पैसे कमाकर अपने माता-पिता को घर गिफ्ट देना चाहते हैं.
हरिकांत शर्मा/आगराः उत्तर प्रदेश के आगरा शहर में 3 महीने पहले अपना ‘सिस्टर मोमोस’ के नाम से स्टार्टअप शुरू करने वाली तीन बहन अब सोशल मीडिया पर वायरल हैं. इंस्टाग्राम, फेसबुक और यूट्यूब पर उनकी कई वीडियो हैं, इन सभी वीडियो पर लाखों व्यूज हैं. यह तीनों बहन आगरा खंदारी आरबीएस कॉलेज के सामने सिस्टर्स मोमोस के नाम से अपना स्ट्रीट फूड का स्टार्टअप चलाती हैं.
इन तीनों बहनों का नाम अंजलि सोनी, नीलू सोनी और अदिति सोनी है. तीनों बहनें पूरे मेहनत से अपने इस स्टार्टअप को आगे बढ़ा रही हैं. जहां शाम को 5 बजे से रात की 10 बजे तक लोगों की भीड़ लगी रहती है. जहां पनीर ,सोया ,कुरकुरे मोमोज का स्वाद लेने में लोगों की दीवानगी है.
जानें कैसे हुई सिस्टर मोमोज की शुरुआत
तीनों बहनों में सबसे बड़ी अंजलि ने बताया कि उन्होंने सिस्टर मोमोज स्टार्टअप की शुरुआत 3 महीने पहले की थी. अब चारों बहन भाई मिलकर इस स्टार्टअप को चला रहे हैं. सबसे बड़ा भाई विकास है. उसी की मेहनत से पूरा स्टार्टअप शुरू हुआ है .दो छोटी बहन नीलू और अदिति भी साथ में मदद करती हैं. कुछ महीने पहले उनकी मां को सर्वाइकल कैंसर हुआ. तब वह एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करती थी. उन्होंने छुट्टी मांगी, लेकिन नहीं मिली. इसी से आहत होकर उन्होंने जॉब छोड़ दी और अपना खुद का स्टार्टअप शुरू करने की सोची.
दुकान का नाम रखा सिस्टर मोमोज
अंजलि ने बताया कि शुरुआत में तो घर वाले इस काम के लिए तैयार नहीं थे कि सड़क किनारे लड़कियां काम कैसे करेंगी ? कोई क्या कहेगा ? जैसे सवाल खड़े हुए. फिर बड़े भाई विकास ने परिवारजनों को समझाया और हम सब ने मिल कर सिस्टर्स मोमोज की शुरुआत की. शुरू में मोमोज बनाना नहीं आता था. हमने पहले यूट्यूब से मोमोज बनाना सीखा. घर में मम्मी-पापा और परिवार वालों को खिलाया. स्टार्ट करने से पहले उन्हें कोई नाम नहीं सूझ रहा था कि अपने इस बिजनेस का नाम क्या रखें? तब सब ने मिलकर कहा कि जब हम सब बहन काम करेंगी तो किसी एक का नाम क्यों ? सिस्टर्स मोमोज़ नाम रख देते हैं.
कोई नहीं करेगा शादी
सभी बहनों से बड़े विकास सोनी बताते हैं कि उन्होंने बीएससी की पढ़ाई की है. कई जगह नौकरी के लिए ट्राई किया, लेकिन बात नहीं बनी. इस पुरुषवादी समाज में लड़कियों का काम करना बेहद कठिन होता है. शुरूआत में जब उन्होंने सिस्टर मोमोज की शुरुआत की तो लोग तमाम तरीके की बातें बनाते थे कि लड़की हैं. सड़क पर खड़े होकर काम करेंगी तो कोई क्या सोचेगा ? लोग क्या कहेंगे ? यहां तक कहा कि सड़क किनारे जब लड़कियां काम करेंगी तो इनसे शादी कौन करेगा, लेकिन इन सब की फिक्र ना करते हुए उन्होंने अपने काम पर ध्यान लगाया और धीरे-धीरे सफल हो रहे हैं.
कमाई से मां-बाप को गिफ्ट करेंगे घर
बहन भाइयों में तीसरे नंबर की बहन नीलू बताती हैं कि उन्हें पढ़ाई लिखाई में ज्यादा इंटरेस्ट नहीं था. शुरूआत से ही अपना खुद का बिजनेस करने का मन था. इससे पहले उन्होंने कई कैफे में जॉब की थी . नीलू बताती हैं कि आज भी हम किराए के घर में रहते हैं. उन सब बहन भाइयों का सपना है कि वह सबसे पहले अपने मम्मी-पापा को अपनी कमाई से खुद का घर ख़रीद कर गिफ्ट करें. इसीलिए वह सभी बहन भाई मेहनत करते हैं. सबसे छोटी बहन अदिति ने हाई स्कूल पास किया है. उसकी छुट्टियां चल रही हैं तो वह भी अब हाथ बटाने आती हैं.
Tags: Agra latest news, Local18FIRST PUBLISHED : May 26, 2024, 14:47 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed