लोकसभा का ऐसा प्रत्याशी जो सेना की वर्दी पहनकर करता है चुनाव प्रचार क्यों

रामनाथ सिकरवार वर्ष 2004 में सेना से रिटायर होने के बाद से समाजसेवा में जुट गए. उन्होंने लक्ष्मण सेना नामक संगठन बनाकर किसान, मजदूरों की समस्याओं के लिए संघर्ष किया. वह जिला पंचायत सदस्य भी रहे.

लोकसभा का ऐसा प्रत्याशी जो सेना की वर्दी पहनकर करता है चुनाव प्रचार क्यों
हरिकांत शर्मा/आगरा:- आगरा में 7 मई को तीसरे चरण में लोकसभा के मतदान होने हैं. इससे पहले नामांकन प्रक्रिया चल रही है. सभी पार्टियों के प्रत्याशी दमखम लगाकर नामांकन प्रक्रिया में हिस्सा ले रहे हैं. गुरुवार को फतेहपुर सीकरी लोकसभा से इंडिया (INDIA) गठबंधन के कांग्रेस के प्रत्याशी रामनाथ सिकरवार ने साइकिल पर सवार होकर नामांकन दाखिल किया. रामनाथ सिकरवार पूर्व फौजी हैं और लोग उन्हें फौजी बाबा के नाम से जानते हैं. लेकिन खास बात यह है कि जहां रामनाथ सिकरवार अपने साथ जहां चुनाव प्रचार करने जाते हैं, अपने खाने का जुगाड़ साथ में गाड़ी में लेकर चलते हैं और भूख लगने पर खुद बनाकर खाना खाते हैं. रिटायर होने के बाद से समाजसेवा में जुटे रामनाथ सिकरवार वर्ष 2004 में सेना से रिटायर होने के बाद से समाजसेवा में जुट गए. उन्होंने लक्ष्मण सेना नामक संगठन बनाकर किसान, मजदूरों की समस्याओं के लिए संघर्ष किया. वह जिला पंचायत सदस्य भी रहे. युवाओं में रामनाथ की खासी लोकप्रियता है. इससे पहले उन्होंने खैरागढ़ से विधानसभा का चुनाव लड़ा था, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी. वह चुनाव हारने के बाद भी क्षेत्र में काम करते रहे हैं. उनके जुझारूपन और कर्मठता जैसी खूबियों को देखते हुए ही कांग्रेस ने उन्हें प्रत्याशी बनाया है. रामनाथ सिकरवार आज भी खेरागढ़ में आश्रम पर रहते हैं. यही वजह है कि उन्होंने साइकिल पर सवार होकर नामांकन किया. अगर जीत मिलती है, तो युवाओं के लिए करेंगे काम रामनाथ सिकरवार का युवाओं में जबरदस्त क्रेज है. रामनाथ सिकरवार का कहना है कि देश महंगाई, बेरोजगारी से जूझ रहा है. अगर जनता उन्हें चुनकर संसद में भेजती है, तो सबसे पहले वह युवाओं के लिए काम करेंगे. वह आर्मी से रिटायर हैं और जानते हैं कि देश की सेवा कैसे करनी है? जिला मुख्यालय में नामांकन के बाद लोकल 18 से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मैं आज भी खैरागढ़ के एक मंदिर में बने आश्रम में रहता हूं. चाहता तो मैं भी नामांकन में भीड़, दमखम बाहुबली दिखावा कर सकता था. लेकिन यह दिखावा बेकार है. इस दिखावे से आम जनता को बेहद दिक्कतें होती हैं ये भी पढ़ें:- पिता को हुआ पैरालिसिस…नहीं मानी हार, सेल्फ स्टडी कर इंटर बोर्ड में किया कमाल, जिले में पाई 6वीं रैंक वर्दी पहनकर निकलते हैं चुनाव प्रचार पर रामनाथ सिकरवार 2004 में आर्मी से रिटायर हैं. वह आज भी चुनाव प्रचार के दौरान सेना की वर्दी पहनते हैं. नामांकन के दौरान भी उन्होंने वर्दी पहन रखी थी. लोग उन्हें फौजी बाबा कहते हैं. वर्दी पहनने के पीछे उन्होंने कहा कि मैं सेना से रिटायर हूं. सेना मेरे दिल में बसती है. मैंने 18 साल आर्मी में रहकर देश की सेवा की है. इसीलिए मैं वर्दी पहन कर चुनाव में उतरा हूं. . Tags: 2024 Loksabha Election, Agra news, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : April 30, 2024, 16:27 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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