तालिबानी लड़ाकों ने 2 लोगों की गोली मारी वीडियो वायरल होने के बाद सरकार बोली- जांच करेंगे
तालिबानी लड़ाकों ने 2 लोगों की गोली मारी वीडियो वायरल होने के बाद सरकार बोली- जांच करेंगे
अफगानिस्तान में सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो जिसमें तालिबान लड़ाकें एक अफगान विद्रोही समूह के पकड़े गए सदस्यों को गोली मारते हुए दिखाया गया है.तालिबान सरकार की एक प्रवक्ता ने बताया कि सरकार वीडियो की सत्यता की पुष्टि कर रही है.
हाइलाइट्सपंजशीर घाटी में तालिबान सैनिको द्वारा दो लोगों की गोली मारते हुए वीडियो वायरल. तालिबान के विरोधी एनआरएफ ने उनपर ''युद्ध अपराध" का आरोप लगाया है.सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि वीडियो की सत्यता जाने बिना कुछ नहीं कह सकते.
काबुल: अफगानिस्तान में सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो जिसमें तालिबान लड़ाकें एक अफगान विद्रोही समूह के पकड़े गए सदस्यों को गोली मारते हुए दिखाया गया है.तालिबान सरकार की एक प्रवक्ता ने बताया कि सरकार वीडियो की सत्यता की पुष्टि कर रही है. राष्ट्रीय प्रतिरोध मोर्चा (एनआरएफ), एक नया तालिबान विरोधी समूह जो मुख्य रूप से पंजशीर घाटी से बाहर संचालित होता है. NRF के प्रमुख ने कहा कि वीडियो में साफ़ दिख रहा है कि उसके कुछ लड़ाकों को मार डाला गया है. उन्होंने तालिबान पर “युद्ध अपराधों” का आरोप लगाया है.
सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से शेयर किये जा रहे वीडियो में, तालिबान लड़ाकों पहले दो आदमियों के समूह को पहाड़ी पर घसीटते हुए ले जा रहे हैं, जिनके हाथ पीछे की तरफ़ बंधे हुए हैं. उसके बाद तालिबान लड़ाकें उनको ऑटोमेटिक रायफल से गोली मार देते हैं. वीडियो में लड़ाकों को “अल्लाहु अकबर” चिल्लाते हुए भी सुना जा सकता है. बाद में जब एक विद्रोही व्यक्ति जब आगे की तरफ झुकता है, तो पीछे से आ रही आवाज, “इसे रोको, इसे रोको” साफ़ तौर पर सुना जा सकता है.
एएफपी(AFP) की डिजिटल सत्यापन टीम द्वारा जांच से पता चलता है कि वीडियो का पहला संस्करण 24 घंटे के भीतर वीडियो को इंटरनेट से हटा दिया गया था.. सरकार के प्रवक्ता बिलाल करीमी ने कहा कि अधिकारी वीडियो की सत्यता की जांच कर रहे थे. करीमी ने एएफपी को बताया, “हम यह जानने कोशिश कर रहे हैं कि ये वीडियो कब फिल्माए गए थे और कि क्या वे पुराने क्लिप हैं.” “लेकिन अभी तक, हम वीडियो के स्थान, समय या उनमें मौजूद लोग कौन हैं, इसके बारे में बिल्कुल नहीं जानते हैं.” करीमी ने AFP को बताया.
यह फुटेज तालिबान के एक दावे कि उसके बलों ने पंजशीर घाटी में संघर्ष में कम से कम 40 एनआरएफ लड़ाकों को मार गिराया है, उसके एक दिन बाद वायरल हुआ है.
वहीं एनआरएफ के प्रमुख ने दावा किया है कि वीडियो में मारे गए लोगों को घाटी में तालिबान के साथ लड़ाई के दौरान पकड़े गए थे. गौरतलब है कि विद्रोही समूह के प्रवक्ता सिबगतुल्लाह अहमदी ने ट्विटर पर कहा, “अपराधी तालिबान … एनआरएफ के आठ सदस्यों को गोली मार कर और उन्हें शहीद करके एक बार फिर से एक युद्ध अपराध किया.”
खूबसूरत पंजशीर घाटी 1980 के दशक के सोवियत यूनियन के कब्जे में रहा और 1990 के दशक के अंत में तालिबान के सत्ता में पहले कार्यकाल के दौरान अफगान के प्रतिरोध का केंद्र के लिए प्रसिद्ध है. पिछले साल अगस्त में सत्ता में लौटने के बाद तालिबान के खिलाफ यह अफगानिस्तान का आखिरी हिस्सा था.
अभी एनआरएफ का नेतृत्व महान सोवियत विरोधी और तालिबान विरोधी सेनानी अहमद शाह मसूद के बेटे अहमद मसूद कर रहे हैं. बड़े मसूद, जिसे पंजशीर के शेर के रूप में जाना जाता है, की हत्या 2001 में संयुक्त राज्य अमेरिका में 11 सितंबर के हमलों से दो दिन पहले अल-कायदा द्वारा कर दी गई थी. तब से उनके बेटे ने तालिबानी ताकतों के खिलाफ मोर्चा संभाला है, बार-बार इस्लामी शासन को “नाजायज” बताते हुए उसकी निंदा की है.
जुलाई में, अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र मिशन ने तालिबान पर सत्ता पर कब्जा करने के बाद से न्यायिक हत्याओं और यातना सहित सैकड़ों मानवाधिकारों के उल्लंघन का आरोप लगाया. संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि पीड़ितों में से कई पूर्व सरकारी अधिकारी और राष्ट्रीय सुरक्षा बल के सदस्य थे. हालांकि तालिबान ने एक आरोप से इनकार किया है.
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Tags: Afghanistan-Taliban, Viral video newsFIRST PUBLISHED : September 14, 2022, 19:58 IST