गन्ने की फसल में तुरंत करें ये 2 रुपए वाला जुगाड़ बारिश-आंधी में फसल रहेगा सेफ
गन्ने की फसल में तुरंत करें ये 2 रुपए वाला जुगाड़ बारिश-आंधी में फसल रहेगा सेफ
गन्ना शोध संस्थान में तैनात प्रसार अधिकारी डॉ. संजीव पाठक ने बताया कि किसानों को जुलाई के महीने में पहले बंधाई करनी चाहिए. उसके बाद अगस्त महीने में दूसरी और सितंबर के महीने में तीसरी बंधाई कर देनी चाहिए. तीसरी बंधाई बेहद ही जरूरी है. सितंबर में कैंची बंधाई की जाती है.
शाहजहांपुर : मानसून के आते ही गन्ना किसानों की चिंताएं बढ़ जाती हैं. बारिश के मौसम में किसानों के सामने सबसे बड़ी समस्या गन्ने का गिरना, गन्ने का पीला पड़ना और कीट और रोगों का प्रकोप बढ़ने की होती है. सितंबर के महीने में गन्ना किसानों को गन्ने की देखरेख ज्यादा करनी पड़ती है. ऐसे में जरूरी है कि किसान जल्द से जल्द गन्ने की बंधाई कर दें. ऐसा करने से गन्ने की बढ़वार अच्छी होगी. गन्ने से अच्छा वजन मिलेगा. एक्सपर्ट का कहना है कि गन्ना बंधाई एक आसान प्रक्रिया है, लेकिन इसे सही तरीके से करने के लिए कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए.
गन्ना शोध संस्थान में तैनात प्रसार अधिकारी डॉ. संजीव पाठक ने बताया कि किसानों को जुलाई के महीने में पहले बंधाई करनी चाहिए. उसके बाद अगस्त महीने में दूसरी और सितंबर के महीने में तीसरी बंधाई कर देनी चाहिए. तीसरी बंधाई बेहद ही जरूरी है. सितंबर में कैंची बंधाई की जाती है. जिससे गन्ना मजबूती के साथ खड़ा रहता है और मौसम की मार को आसानी से झेल सकता है.
कैसे करें गन्ने की बंधाई?
डॉ. संजीव पाठक ने बताया कि जुलाई के महीने में जब गन्ना 5 फीट लंबा हो जाए, तब 1.5 से 2 फीट की ऊंचाई पर गन्ने की सूखी पत्तियों से एक थान को बांध देना चाहिए. अगस्त महीने में गन्ने के एक-एक थान को 50 सेंटीमीटर की ऊंचाई से फिर सूखी पत्तियों से बांध दें. वही सितंबर के महीने में कैंची बंधाई जरूर करें. इस बंधाई में एक लाइन के दो थान और दूसरी लाइन के एक थान को मिलाकर कैंची बंधाई की जाती है. फिर दूसरी लाइन के दो और पहली लाइन के एक थान को मिलाकर एक जगह बांध दें. ऐसा करने से गन्ना गिरने से बच जाता है. किसान गन्ने की सूखी पत्तियों या 1 मीटर लंबी रस्सी से थान को बांध दें. जिसमें किसानों को मामूली सा खर्च करना होगा. 1 मीटर रस्सी की कीमत करीब 2 रुपए तक रहती है.
सितंबर में जरूर करें ये काम
डॉ. संजीव पाठक ने बताया कि अगर किसान पहली और दूसरी बंधाई नहीं कर पाए हैं तो वह सितंबर के महीने में कैंची बंधाई जरूर करें. क्योंकि अगर गन्ने की बंधाई नहीं की जाती है तो गन्ना बारिश और तेज हवा से गिर सकता है. जिससे गन्ने की बढ़वार रुक जाएगी. पत्तियां नीचे होने की वजह से प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया बाधित हो जाएगी. गन्ने की लंबवत बढ़वार होने की बजाय क्षैतिज बढ़वार होने लगेगी.
गन्ना गिरने के नुकसान
डॉ. संजीव पाठक ने बताया कि गन्ना गिर जाने के बाद बीज के लिए उपयुक्त नहीं रहता है. साथ ही वजन कम हो जाता है. बढ़वार प्रभावित हो जाती है. चीनी मिल भी में भी इस गन्ने की मांग नहीं रहती है, क्योंकि चीनी परता भी कम आता है. ऐसे में जरूरी है कि गन्ने की बंधाई जरूर की जाए.
Tags: Agriculture, Local18, Shahjahanpur News, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : August 28, 2024, 15:42 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed