यूपी के भेड़िए क्यों बने आदमखोर सबसे ज्यादा भेड़ियों वाले प्रदेश ने बताई वजह
यूपी के भेड़िए क्यों बने आदमखोर सबसे ज्यादा भेड़ियों वाले प्रदेश ने बताई वजह
Man Eating Wolf Attack: यूपी के बहराइच में आदमखोर भेड़ियों के हमलों के बाद पड़ोसी राज्य के लोगों की भी चिंता बढ़ गई है. वन विभाग ने यहां अलर्ट जारी कर दिया है. ऐसे में भेड़ियों की आदत को लेकर एक्सपर्ट ने बड़ा खुलासा किया है...
सागर: मध्य प्रदेश को टाइगर स्टेट होने के साथ-साथ भेड़िया स्टेट होने का तमगा भी मिल चुका है. हाल ही में उत्तर प्रदेश के बहराइच में भेड़ियों का आतंक देखने को मिला, जिसकी वजह से वहां लोगों में दहशत का माहौल है. बहराइच में आदमखोर 6 भेड़िए 9 लोगों को शिकार बना चुके हैं और दर्जनों को लोग घायल किया है. इस वजह से अब यूपी से लगे एमपी के लोगों की भी चिंता बढ़ गई है. खासकर सागर, दमोह और नरसिंहपुर के लोग चिंतित हैं.
क्योंकि, मध्य प्रदेश में सबसे अधिक भेड़िया इन्हीं जिलों की सीमाओं में स्थित वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व में पाए जाते हैं. करीब 2300 वर्ग किलोमीटर एरिया में फैले इस टाइगर रिजर्व में अब भी 50 से ज्यादा गांव बसे हैं. यहां के ग्रामीणों को भेड़ियों द्वारा बच्चों पर हमला करने की चिंता सता रही है. यूपी का मामला सामने आने के बाद टाइगर रिजर्व प्रबंधन यहां भेड़ियों की हर एक गतिविधि पर नजर बनाए हुए है. ग्रामीणों को भी अलर्ट किया गया है.
49 साल से भेड़िए संरक्षित
दरअसल, 49 साल पहले सागर के एक छोटी से गांव नौरादेही के नाम पर एक अभ्यारण का गठन किया गया था, क्योंकि इस इलाके में भारतीय भेड़ियों के प्राकृतिक आवास थे. भेड़ियों को संरक्षित करने के लिए अभ्यारण तैयार किया गया था. बीते 6 साल में यहां टाइगर की संख्या में बढ़ोतरी होने के चलते इस अभ्यारण को टाइगर रिजर्व बना दिया गया. अब यहां पर बाघों के साथ भेड़ियों का भी संरक्षण किया जा रहा है. करीब 100 साल पहले किए गए एक सर्वे में सबसे अधिक भेड़िये मध्य प्रदेश में ही पाए गए थे.
टाइगर रिजर्व में शाकाहारी जीव पर्याप्त मात्रा में
अच्छी बात ये कि यहां से कभी इस तरह की खबरें निकलकर सामने नहीं आई हैं. एक्सपर्ट के अनुसार, इसके पीछे की वजह यह है कि मध्य प्रदेश पर्वत श्रृंखलाओं से भरा है. यहां जंगलों का घनत्व पर्यावरण वातावरण सब कुछ वन्य जीवों के अनुकूल है. भेड़िया की बात करें तो यह शाकाहारी जीवों को शिकार बनाने के शौकीन होते हैं. यह खुले जंगलों में रहना पसंद करते हैं घास के मैदान भी इन्हें काफी रास आते हैं. जब इन्हें इस तरह का वातावरण मिलता है तो यह बच्चों और इंसानों पर हमला नहीं करते. वीरांगना रानी दुर्गावती (नौरादेही) टाइगर रिजर्व भी इसी तरह का बड़े-बड़े घास के मैदान वाला खुले एरिया का जंगल है. साथ ही सांभर, हिरण, चीतल से अपनी भूख मिटा लेते हैं. इसलिए यह कभी गांव के आसपास दिखाई नहीं देते जंगल में ही घूमते रहते हैं.
भेड़िए आमतौर पर इंसानों पर हमला नहीं करते
टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर डॉ. एए अंसारी बताते हैं कि यूपी की घटना के बाद लोगों के मन में सवाल है कि जब वहां भेड़िए बच्चों को निशाना बना रहे हैं, तो सबसे ज्यादा भेड़िए वाले प्रदेश में ऐसी स्थिति निर्मित हो सकती है. लेकिन, भेड़िया सामान्य तौर पर ऐसी जगह पर अपना आवास चुनते हैं, जहां उन्हें आसानी से भोजन और सुरक्षित आवास मिले. हमें भेड़ियों की गतिविधि समझने के लिए उनकी संख्या और खाने-पीने की आदतों पर गौर करना होता है. जहां तक नौरादेही टाइगर रिजर्व की बात है, तो यहां पर भारी संख्या में शाकाहारी जीव और हिरण हैं. इसके अतिरिक्त भेड़िए मवेशी के बच्चों को भी खाते हैं. फिलहाल, हमारे सामने ऐसी कोई घटना नहीं आई है कि भेड़िया द्वारा किसी बच्चे या किसी इंसान पर आक्रमण किया गया हो. इसकी संभावना भी कम है.
Tags: Local18, Sagar news, Wild lifeFIRST PUBLISHED : September 22, 2024, 10:46 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed