NCR में स्मार्ट होम्स बने हॉट चॉइस 5 साल में कई गुना बढ़ गई सेल

दिल्‍ली-एनसीआर में घर खरीदने वाले लोग अब सिर्फ टू-थ्री बीएचके घर नहीं खरीद रहे बल्कि स्‍मार्ट होम्‍स की डिमांड कर रहे हैं. रियल एस्‍टेट पर आई एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 5 साल में स्‍मार्ट होम्‍स की सेल 3 गुना बढ़ गई है.

NCR में स्मार्ट होम्स बने हॉट चॉइस 5 साल में कई गुना बढ़ गई सेल
आज का युग तकनीक का युग है और हमारे जीवन का हर पहलू इस तकनीक से प्रभावित हो रहा है. घरों में भी अब तकनीकी क्रांति आ चुकी है और इसका सबसे बेस्‍ट उदाहरण है स्मार्ट होम्स. आजकल दिल्‍ली-एनसीआर में स्‍मार्ट होम्‍स की डिमांड काफी बढ़ गई है. स्मार्ट होम्स वो घर होते हैं जहां सब कुछ इंटरनेट से जुड़ा होता है. चाहे वो घर की लाइट्स हों, एयर कंडीशनर हो, गेट हों, रेफ्रिजरेटर हो या फिर सिक्योरिटी सिस्टम हो. आइए जानते हैं स्‍मार्ट होम्‍स में क्‍या-क्‍या सुविधाएं होती हैं, जिनकी वजह से ये लोगों के पसंदीदा बन गए हैं. आने वाले दिनों में स्मार्ट होम्स का बोलबाला रहने वाला है. इन होम्‍स में कई अत्याधुनिक तकनीकें होती हैं. जैसे कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT), और मशीन लर्निंग (ML).ये तकनीकें हमारे जीवन को और भी आसान और सुरक्षित बना देती हैं. उदाहरण के लिए, AI आधारित वॉयस असिस्टेंट्स जैसे कि एलेक्सा और गूगल होम पहले से ही लोकप्रिय हो चुके हैं और इनका उपयोग बढ़ता जा रहा है. भविष्य में, ये असिस्टेंट्स और भी स्मार्ट और व्यक्तिगत होने जा रहे हैं. जो हमारे दैनिक जीवन के हर पहलू को नियंत्रित कर सकेंगे. ये भी पढ़ें  नोएडा-गुड़गांव नहीं, दिल्‍ली-NCR का ये शहर बना लोगों का फेवरेट, घर और इंडस्‍ट्री, दोनों में हो रही जबर्दस्‍त ग्रोथ स्मार्ट होम्स में सिक्योरिटी सिस्टम्स स्मार्ट होम्स के फ्यूचर में सुरक्षा भी एक प्रमुख भूमिका निभाने जा रही है. स्मार्ट सिक्योरिटी सिस्टम्स में फेस रेकग्निशन, मोशन सेंसर्स और रियल-टाइम अलर्ट्स जैसी सुविधाएं होंगी, जो हमारे घरों को और भी सुरक्षित बनाएंगी. इसके अलावा, ऊर्जा प्रबंधन भी एक महत्वपूर्ण हिस्सा होगा, जिससे बिजली की खपत कम होगी और पर्यावरण को भी नुकसान नहीं होगा. वर्तमान में स्मार्ट होम्स की डिमांड वर्तमान में स्मार्ट होम्स की डिमांड तेजी से बढ़ रही है. खासकर मेट्रो शहरों में लोग अपने घरों को स्मार्ट होम्स में तब्दील करने के लिए तैयार हैं. वहीं कुछ लोग घर खरीदने से पहले ही स्‍मार्ट होम्‍स की डिमांड करते हैं. इसके कई कारण हैं, जैसे कि आरामदायक जीवनशैली, सुरक्षा, और ऊर्जा की बचत. हाल के वर्षों में, स्मार्ट होम डिवाइसेस की बिक्री में भी भारी वृद्धि देखी गई है. दिल्‍ली एनसीआर या अन्‍य मेट्रो सिटीज की बात करें तो क्रेडाई के आंकड़ों के अनुसार 14-15 प्रतिशत हिस्‍सेदारी स्‍मार्ट होम्‍स की हो चुकी है. 5 साल में 3 गुना बढ़ गई बिक्री एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में बिकने वाले लक्जरी और स्‍मार्ट घरों की हिस्सेदारी पिछले पांच वर्षों में तीन गुना हो गई है. बिक्री में बढ़ोतरी का रुझान लक्जरी संपत्ति बाजार के लिए एक मजबूत आर्थिक आधार बन गया है. समृद्ध भारतीय घर खरीदार स्‍मार्ट होम्‍स का अनुभव लेने की इच्‍छा के साथ डिमांड कर रहे हैं. क्‍या बंद हो जाएंगे ईंट-सीमेंट से बने घर? एसकेए ग्रुप के डायरेक्टर संजय शर्मा का कहना है कि आने वाले कुछ सालों में ईंट-सीमेंट से घर बनने पूरी तरह से बंद नहीं होंगे, लेकिन इसमें कमी जरूर आ सकती है. स्‍मार्ट होम्‍स कॉन्‍सेप्‍ट में आजकल नई तकनीकों और सामग्रियों का विकास हो रहा है, जैसे कि प्रीकास्ट कंक्रीट, स्टील स्ट्रक्चर, और मॉड्यूलर कंस्ट्रक्शन. ये तरीके तेज, सस्ते, और अधिक पर्यावरण-हितैषी हो सकते हैं. इसके अलावा, 3डी प्रिंटेड घरों का चलन भी बढ़ रहा है. इस प्रकार, पारंपरिक ईंट-सीमेंट के मुकाबले ये नए तरीके अधिक प्रचलित हो सकते हैं, लेकिन उन्हें पूरी तरह से रिप्लेस करना थोड़ा मुश्किल है. बढ़ती गर्मी भी है वजह स्‍मार्ट होम्‍स बनाने के तकनीकी तरीके अधिक पर्यावरण मित्रवत और ऊर्जा-संवेदनशील होते हैं. जैसे मिट्टी और कच्ची ईंट से बने मकान प्राकृतिक सामग्री हैं जो गर्मी को कम करती हैं और अच्छी थर्मल इन्सुलेशन प्रदान करती हैं. बांस और लकड़ी ये भी ठंडक बनाए रखने में मददगार होते हैं और आसानी से उपलब्ध होते हैं. ग्रीन रूफ छत पर पौधे लगाना, जिससे घर ठंडा रहता है. सोलर पैनल्स ऊर्जा बचाने और ठंडक बनाए रखने के लिए. ईको-ब्रिक्स प्लास्टिक और अन्य कचरे से बने ईंटें, जो पर्यावरण के अनुकूल होती हैं. पहले गांवों में होते थे ये इस्‍तेमाल ये सारे तरीके पहले से ही कई जगहों पर प्रयोग में लाए जा रहे हैं, विशेषकर गांवों और छोटे शहरों में. लेकिन इन परंपरागत तरीकों का प्रयोग अब बड़े शहरों में भी धीरे-धीरे बढ़ रहा है. सरकार और विभिन्न संस्थाएं भी इन विकल्पों को बढ़ावा दे रही हैं. इस प्रकार, यह कहा जा सकता है कि स्मार्ट होम्स न केवल एक चलन है बल्कि भविष्य का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, जो हमारे जीवन को और बेहतर बनाने की क्षमता रखते हैं. सिर्फ घर नहीं बेहतर घर चाहते हैं लोग गुलशन ग्रुप की डायरेक्टर युक्ति नागपाल का कहना है कि आज के लक्जरी खरीदार सिर्फ आरामदायक जीवन नहीं चाहते, वे ऐसी जीवनशैली चाहते हैं जो उनके पर्यावरणीय मूल्यों को दर्शाए. वह कहती हैं कि छत पर बगीचे, सौर ऊर्जा से चलने वाली सुविधाएं और टिकाऊ सामग्री जैसी चीजें अब लक्जरी घरों में जरूरी हो गई हैं. ये न केवल घरों की खूबसूरती और उपयोगिता को बढ़ाते हैं, बल्कि उन खरीदारों के साथ गहरा जुड़ाव भी बनाते हैं जो पर्यावरण की देखभाल को प्राथमिकता देते हैं. स्मार्ट होम्स अब लक्जरी हाउसिंग में एक नया मानक स्थापित कर रहे हैं. उन्नत होम ऑटोमेशन से लेकर स्मार्ट उपकरणों तक, ये तकनीकें लक्जरी घरों को और भी आकर्षक और उपयोगी बना रही हैं. साथ ही, ऊर्जा-कुशल डिज़ाइन और पर्यावरण-अनुकूल सामग्री भी शामिल हो रही हैं, जिससे लोग आराम और पर्यावरणीय संतुलन दोनों का आनंद ले सकते हैं. ये भी पढ़ें  नोएडा को योगी सरकार का तोहफा, इस नए रूट पर दौड़ेगी मेट्रो, बनेंगे 8 स्‍टेशन, नहीं चलना पड़ेगा पैदल होम ऑटोमेशन है ट्रेंड में राइज इन्फ्रावेंचर्स के संस्थापक और सीईओ सचिन गावरी ने कहा कि स्मार्ट होम्स में टिकाऊ जीवन और स्मार्ट तकनीक का इस्तेमाल सिर्फ एक चलन नहीं है, बल्कि यह घर खरीदने के तरीके और उनके अनुभव को बदल रहा है. उन्नत होम ऑटोमेशन और उच्च-स्तरीय सुविधाएं अब स्मार्ट होम्स का नया मानक बन रही हैं. पर्यावरण-अनुकूल सामग्री और ऊर्जा-कुशल डिजाइन भी महत्वपूर्ण हो गए हैं, जिससे लोग शानदार तरीके से रहते हुए पर्यावरण की रक्षा कर सकते हैं. इसलिए, हम आने वाले वर्षों में इन सुविधाओं के कारण स्मार्ट होम्स की मांग और वृद्धि की उम्मीद कर सकते हैं. Tags: Delhi news, Gurugram, Noida news, PropertyFIRST PUBLISHED : June 28, 2024, 18:46 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed