भगवान राम ने स्थापित किया था यह शिवलिंग दर्शन मात्र से ही पूरी होती है मन्नत
भगवान राम ने स्थापित किया था यह शिवलिंग दर्शन मात्र से ही पूरी होती है मन्नत
शिवपुर में स्थित रामगया घाट आस्थावानों का केंद्र है. मान्यता है कि त्रेता युग में प्रभु राम पिता के तर्पण के लिए आए थे. रामगया घाट पर तर्पण करने के बाद शिवलिंग को स्थापित किया था. सावन माह में दर्शन के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है.
मुकेश पांडेय/मिर्जापुर : सावन माह शिव की आराधना के लिए विशेष माह माना जाता है. भक्त पूरे महीने भगवान शिव के दर्शन-पूजन करते हैं. उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में रामेश्वरम महादेव मंदिर स्थित है, जिसे स्वयं भगवान राम ने स्थापित किया था. मान्यता है कि प्रभु राम पिता की आत्मा की तृप्ति के लिए विंध्याचल में रामगया घाट पर तर्पण करने के लिए आएं हुए थे. तर्पण के बाद उन्होंने शिवपुर में रामेश्वरम शिवलिंग को स्थापित किया था. तबसे यह धाम आस्थावानों का बड़ा केंद्र है. दूर-दूर से भक्त भगवान के दर्शन के लिए पहुंचते हैं.
धर्मगुरु पं. त्रियोगी नारायण मिश्र ने बताया कि प्रभु राम के वनगमन के दौरान पिता दशरथ की मृत्यु हो गई थी. मृत्यु के बाद पिता की आत्मा को तृप्ति नहीं मिल सकी थी. 14 वर्षों के वनवास काटकर और रावण का वध करने के बाद अयोध्या लौटे प्रभु श्रीराम को पिता की तृप्ति की चिंता सताए जा रही थी. चिंता को दूर करने के लिए प्रभु राम गुरु वशिष्ट के पास जाते हैं. गुरु वशिष्ट के सलाह के बाद प्रभु श्रीराम गया के लिए निकलते हैं. पहला पड़ाव प्रयागराज और दूसरा पड़ाव विंध्यधाम में होता है.
गुरु वशिष्ट के कहने पर रुके थे भगवान राम
धर्मगुरु पं. त्रियोगी नारायण मिश्र ने बताया कि गुरु वशिष्ट के कहने पर प्रभु श्रीराम विंध्यधाम में रुके. शिवपुर में स्थित गंगा घाट पर उन्होंने पिता का तर्पण किया था. तभी से इस घाट का नाम रामगया पड़ गया. तर्पण के बाद प्रभु राम शिवपुर में भगवान शिव की अलौकिक शिवलिंग को स्थापित करते हैं. मान्यता है कि दर्शन मात्र से ही भक्तों के हर मनोरथ पूर्ण हो जाती है. सावन माह में देश के कोने-कोने से भक्त धाम में पहुंचते हैं.
वर्षों से करते आ रहे हैं दर्शन
धाम में दर्शन के लिए पहुंचे भक्त गगन उपाध्याय ने बताया कि रामेश्वरम महादेव के बारे में जितना सुना है. उससे कहीं अधिक अलौकिक व दिव्य दरबार है. सावन माह में दर्शन के लिए आते हैं. मान्यता है कि दर्शन मात्र से ही भक्तों की हर मुराद पूरी हो जाती है. पांच वर्षों से हम भी धाम में दर्शन के लिए आ रहे हैं. अलग-अलग प्रान्तों से भी लोग दर्शन के लिए पहुंचते हैं.
Tags: Hindi news, Local18, Religion 18, Sawan MonthFIRST PUBLISHED : August 2, 2024, 16:33 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ेंDisclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है. Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed