आम के गांव में आड़ू उगाकर छा गया किसान 12 बीघा जमीन से 12 लाख की कमाई

आम के लिए मशहूर बागपत जिले का रटौल गांव इन दिनों अदनान नाम के किसान की वजह से चर्चा में है. अदनान आडू की खेती करते हैं, जिससे वे सालाना लाखों रुपए का मुनाफा कमा रहे हैं. रटौल के आम की ही तरह यहां के आड़ू की भी देश-विदेश में खूब डिमांड है.

आम के गांव में आड़ू उगाकर छा गया किसान 12 बीघा जमीन से 12 लाख की कमाई
आशीष त्यागी/बागपत. यूपी के बागपत जिले का गांव रटौल आम के नाम से मशहूर है. यहां के आम का स्वाद कुछ अलग होता है, जिसकी वजह से रटौल के आम दुनियाभर में मशहूर हैं. लेकिन रटौल गांव के एक किसान ने आम के बजाये कुछ अलग करने की सोच को जमीन पर सफलतापूर्वक उतारकर दिखाया है. जी हां, हम बात कर रहे हैं रटौल गांव के किसान अदनान की, जो इन दिनों आड़ू की खेती से सालाना लाखों रुपए की कमाई कर रहे हैं. अदनान ने 12 बीघा जमीन में आड़ू की खेती की, जिससे उन्हें 12 लाख रुपए का मुनाफा हुआ है. यही नहीं, आड़ू की किस्म इतनी अच्छी है कि रटौल के बाहर अलग-अलग राज्यों, यहां तक कि विदेशों तक इसकी डिमांड है. रटौल के किसान अदनान ने लोकल18 को बताया कि वह तीन प्रकार के आड़ू की खेती करते हैं. शरबती, प्रभात और शेरे पंजाब इन्हीं तीनों वैरायटी की वह खेती करते हैं. अदनान ने बताया कि आम के अलावा उन्होंने कुछ अलग करने का सोचा और आड़ू की फसल उगानी शुरू की. 3 वर्ष में पौधा पूरी तरह तैयार हो गया और फसल आने शुरू हो गए. उन्होंने बताया कि यह पौधा एक बार लगाने के बाद करीब 20 से 25 साल तक मुनाफा देता है. आज वह 12 बीघा भूमि पर आड़ू की खेती कर रहे हैं, जिससे सालाना ₹100000 प्रति बीघा का मुनाफा हो रहा है. किसान अदनान ने बताया कि उन्होंने जो आड़ू की खेती की है, उसकी फसल अधिकतर खेत में ही बिक जाती है. यूपी के अलावा देश के कई अन्य राज्यों के किसान भी रटौल का आड़ू का आयात करते हैं. अदनान ने बताया कि दिल्ली, पंजाब, हरियाणा के अलावा कई अन्य राज्यों में भी उनकी फसल की सप्लाई की जा रही है. उन्होंने यह भी बताया कि रटौल के आड़ू का विदेशों तक निर्यात किया गया है. अन्य फसलों के मुकाबले आड़ू में मुनाफा ज्यादा होता है, क्योंकि इसकी खेती की लागत कम है. साथ ही इसके पौधे पर कीट लगने का खतरा भी कम रहता है. इसलिए मुनाफे में लगातार बढ़ोतरी होती है. Tags: Agriculture, Baghpat news, Farmer story, Local18, Success Story, Unique newsFIRST PUBLISHED : June 11, 2024, 16:57 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed