महाबली भीम ने की थी इस शिव मंदिर की स्थापना दर्शन मात्र से पूरी होती है मन्नत

पौराणिक कथा के अनुसार महाभारत के समय में जब पांडव अपने वनवास के दौरान इस क्षेत्र में पहुंचे, तो भीम ने भगवान शिव की तपस्या की थी.

महाबली भीम ने की थी इस शिव मंदिर की स्थापना दर्शन मात्र से पूरी होती है मन्नत
रजनीश यादव /प्रयागराज : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में स्थित पडिला महादेव मंदिर अपने अनूठे इतिहास और धार्मिक महत्व के कारण प्रसिद्ध है. मान्यता है कि महाभारत काल में महाबली भीम ने इस मंदिर की स्थापना की थी. अब, पूरे सावन के महीने में यहां भव्य मेला लगता है, जो श्रद्धालुओं और पर्यटकों के बीच अत्यधिक लोकप्रिय है. खास बात यह है कि सावन में कई राज्यों के भक्त यहां हर साल जरूर पहुंचते हैं. क्या है पौराणिक कथा पौराणिक कथा के अनुसार महाभारत के समय में जब पांडव अपने वनवास के दौरान इस क्षेत्र में पहुंचे, तो भीम ने भगवान शिव की तपस्या की थी. भीम की कठोर तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उन्हें आशीर्वाद दिया और उनकी पूजा-अर्चना के लिए इस मंदिर की स्थापना की. इस प्रकार पडिला महादेव मंदिर का निर्माण हुआ और यह स्थल शिव भक्तों के लिए महत्वपूर्ण बन गया. क्या है धार्मिक महत्व पडिला महादेव मंदिर का धार्मिक महत्व केवल इसकी प्राचीनता तक सीमित नहीं है. मान्यता है कि यहां दर्शन करने से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है और भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. विशेषकर सावन के महीने में यहां भक्तों का तांता लगता है, जो कांवड़ लेकर भगवान शिव का अभिषेक करते हैं. सावन का भव्य मेला प्रत्येक वर्ष सावन के महीने में पडिला महादेव मंदिर में भव्य मेला लगता है. इस मेले में हजारों श्रद्धालु और पर्यटक हिस्सा लेते हैं. मेले में विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होते हैं, जो श्रद्धालुओं को एक आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करते हैं. यहां की भव्यता और धार्मिक अनुष्ठान देखने योग्य होते हैं. क्या है मेले का आकर्षण मेले के दौरान मंदिर परिसर को विशेष रूप से सजाया जाता है. भक्तजन मंदिर में जलाभिषेक करते हैं और भगवान शिव के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करते हैं. इस अवसर पर विभिन्न धार्मिक आयोजन जैसे भजन, कीर्तन, कथा वाचन होते हैं, जो वातावरण को और भी पवित्र बना देते हैं. साथ ही, मेले में विभिन्न प्रकार के स्टॉल लगाए जाते हैं, जहां खाने-पीने की चीजों के साथ-साथ धार्मिक वस्त्र और पूजा सामग्री भी मिलती है. स्थानीय लोगों की भागीदारी पडिला महादेव मंदिर के मेले में स्थानीय लोगों की भागीदारी भी उल्लेखनीय होती है. वे मेले के आयोजन में सक्रिय रूप से सहयोग करते हैं और आने वाले श्रद्धालुओं की सेवा में तत्पर रहते हैं. स्थानीय लोगों का मानना है कि इस मेले में भाग लेने से उन्हें भगवान शिव की विशेष कृपा मिलती है और उनका जीवन सुख-समृद्धि से भर जाता है. Tags: Hindi news, Local18, Religion 18, Sawan MonthFIRST PUBLISHED : July 25, 2024, 12:34 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ेंDisclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.
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