वैशाख अमावस्या पर करें ये उपाय पितृ होंगे खुश और दोष से मिलेगी मुक्ति

अयोध्या के ज्योतिष पंडित कल्कि राम बताते हैं कि सनातन धर्म में अमावस्या तिथि का बड़ा अधिक महत्व माना जाता है. हर महीने अमावस्या तिथि आती है और अमावस्या तिथि के स्वामी पितृ देवता माने जाते हैं.

वैशाख अमावस्या पर करें ये उपाय पितृ होंगे खुश और दोष से मिलेगी मुक्ति
अयोध्या: सनातन धर्म में अमावस्या तिथि का विशेष महत्व माना जाता है. धार्मिक मान्यता के मुताबिक अमावस्या तिथि के दिन सनातन धर्म को मानने वाले लोग गंगा जैसे पवित्र नदी में स्नान करते हैं. हिंदू पंचांग के मुताबिक वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को वैशाख अमावस्या के नाम से जाना जाता है. इस बार वैशाख अमावस्या की तिथि का प्रारंभ 7 मई को प्रातः 10:45 से शुरू होकर 8 मई को प्रातः 8:45 पर समाप्त होगी . पितरों की पूजा अमावस्या तिथि के दिन पितरों की पूजा आराधना करने का विधान है. ऐसी स्थिति में ज्योतिष गणना के मुताबिक आज हम आपको इस रिपोर्ट में बताएंगे कि अगर आप वैशाख अमावस्या तिथि पर कुछ खास उपाय करते हैं तो इससे पितृ प्रसन्न होते हैं और पितृ दोष से मुक्ति मिलती है. अमावस्या तिथि का महत्व दरअसल अयोध्या के ज्योतिष पंडित कल्कि राम बताते हैं कि सनातन धर्म में अमावस्या तिथि का बड़ा अधिक महत्व माना जाता है. हर महीने अमावस्या तिथि आती है और अमावस्या तिथि के स्वामी पितृ देवता माने जाते हैं. अमावस्या तिथि पर दोपहर में पितरों के लिए विशेष धूप ध्यान और दान पुण्य करना चाहिए . इतना ही नहीं अगर आप पितृ दोष से मुक्ति पाना चाहते हैं तो इस दिन कुछ खास उपाय भी करना चाहिए . कपूर जरूर जलाएं अगर आप पितृ दोष से परेशान हैं तो अमावस्या तिथि के दिन प्रातः काल और संध्या काल के समय पूजा आराधना करते समय कपूर जरूर जलाना चाहिए. कहा जाता है इस उपाय से पितृ दोष दूर हो जाते हैं. इसके अलावा अमावस्या तिथि के दिन कौवा, चिड़िया, कुत्ता और गाय को अवश्य भोजन भी करना चाहिए. करें ये उपाय अमावस्या तिथि के दिन पीपल अथवा बरगद के पेड़ पर जल अर्पित करना चाहिए. इसके बाद माथे पर केसर का तिलक लगाना चाहिए. इसके बाद श्री हरि विष्णु का जाप करना चाहिए. ऐसा करने से पितृ प्रसन्न होते हैं. वैशाख माह की अमावस्या तिथि के दिन गरीब असहाय और जरूरतमंद लोगों को अन्य, नमक, छाता, सफेद कपड़ा आदि दान करना चाहिए. कहा जाता है कि ऐसा करने से पितरों का आशीर्वाद मिलता है. वैशाख अमावस्या तिथि के दिन किसी पवित्र नदी में स्नान करना चाहिए स्नान करने के बाद नदी के किनारे दान पुण्य करने का भी विधान है. किसी मंदिर में पूजन सामग्री जैसे धूपबत्ती घी तेल हर फूल भोग के लिए मिठाई भगवान का वस्त्र दान करना चाहिए ऐसा करने से पितृ दोष से भी मुक्ति मिलती है FIRST PUBLISHED : May 7, 2024, 10:46 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ेंDisclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.
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