वर्ष में केवल एक बार खुलता है 50 करोड़ की लागत से बना गाजियाबाद का हज हॉउस

साल भर ताला जड़ा हुआ 50 करोड़ की लागत से बना हज हाउस इन दिनों खुला हुआ है. जहां पर हज यात्रियों की ट्रेनिंग हो रही है. सुनसान पड़े हज हाउस में अभी रौनक है, और लोग इस विशाल हज हाउस की सुंदरता का लुफ्त भी उठा रहे है.

वर्ष में केवल एक बार खुलता है 50 करोड़ की लागत से बना गाजियाबाद का हज हॉउस
विशाल झा /गाज़ियाबाद: गाजियाबाद का हज हाउस हमेशा ही चर्चाओं में बना रहता है. जो जीटी रोड पर हिंडन नदी के किनारे बना हुआ है. विशालकाय हज हाउस इन दिनों सुनसान नहीं है, बल्कि यहां पर चहल-कदमी बढ़ी हुई है. दरअसल यहां पर हज यात्रियों की ट्रेनिंग आयोजित की जा रही है. इसके अलावा जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा हज यात्रियों की वैक्सीनेशन और जरूरी दस्तावेजों को भी वेरीफाई किया जा रहा है. पूरे साल हज हाउस बंद रहता है जो विशेष रूप से हज यात्रा के दौरान ही खोला जाता है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े हज हाउस के बनने में करीब 50 करोड़ की लागत लगी थी.गाजियाबाद का ये हज हाउस 4.3 एकड़ के क्षेत्र में फैला हुआ है. जितना बड़ा यह हज हाउस है उतना ही खूबसूरत भी, नीली रंग की इमारत और सुनहरे गुंबद को देखकर आंखें यहीं रुक जाती है. इसलिए सड़क किनारे कई लोग इसकी फोटो और वीडियो बनाने के लिए रुक जाते है. लेकिन इन दिनों इस हज हाउस का दीदार अंदर से किया जा रहा है. साल भर खूबसूरत ईमारत पड़ी रहती है बंद हज हाउस में कुल 6 मंजिलें है और 47 छात्रावास हॉल बने हुए है. यहां 36 वीआईपी कमरें है और 1,886 व्यक्ति के रहने की जगह भी. फिलहाल हज हाउस की हालत काफी खराब है, इसके आसपास इलाके में घनी घास और झाड़ियां का कब्जा है. हज हाउस नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के मुकदमेबाजी में फंसा हुआ है. गाजियाबाद के पुराने समाज सेवक याहिया कुरेशी बताते है की उत्तर प्रदेश सरकार को हज हॉउस के मेंटेनेंस पर ध्यान देना चाहिए. ये काफी भव्य और शानदार जगह है जिसका कई कार्यक्रमों के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है. जनपद गाजियाबाद से हर वर्ष सैकड़ो लोग हज यात्रा के लिए जाते है. ऐसे में कुछ दिन पहले ही हज हाउस के खुलने से लोगों में अफरा -तफरी का माहौल भी बना रहता है. इस वर्ष यात्रा के लिए बनेगा नया कार्ड वहीं गाजियाबाद के हज ट्रेनर हाजी मुन्ना खान ने बताया कि सुबह रोजाना 3 घंटे हज यात्रियों को यहां पर ट्रेनिंग दी जा रही है. मुन्ना बताते है की इस वर्ष सऊदी हज और उम्र मंत्रालय ने (नस्क हज कार्ड) जारी किया है जिसका इस्तेमाल इस वर्ष हज के दौरान किया जाएगा. इस कार्ड का उद्देश्य हज को अधिक आसान बनाना और अवैध तौर पर हज की घटनाओं को कम करना है. इस कार्ड को इस्लामिक देश सऊदी अरब की तरफ से प्रत्येक तीर्थ यात्री की पहचान का सत्यापन करने के लिए प्रदान किया जाएगा इन्हीं सब बातों को लेकर यात्रियों को गाजियाबाद में भी समझाया जा रहा है. Tags: Ghaziabad News, Local18FIRST PUBLISHED : May 7, 2024, 10:41 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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