खेर ही क्यों नकली नोट पर गांधी की फोटो की जगह क्यों लगाई एक्टर की PHOTO
खेर ही क्यों नकली नोट पर गांधी की फोटो की जगह क्यों लगाई एक्टर की PHOTO
Anupam Kher News: 500 रुपये के नकली नोट पर महात्मा गांधी की जगह अनुपम खेर की फोटो का इस्तेमाल क्यों किया. इस खुलासा अहमदाबाद पुलिस की गिरफ्त में आरोपियों ने किया है. इसके पीछे की जो वजह है वो जानकार आप दंग रह जाएंगे....
हाइलाइट्स नकली नोट थमाकर 1.6 करोड़ रुपये की ठगी करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. क्राइम ब्रांच ने दीपक राजपूत (32), नरेंद्र यादव उर्फ नंदू (36) और कल्पेश मेहता (45) को अरेस्ट किया है. अधिकारी ने कहा कि राजपूत नकली नोटों और नए नोटों के बीच कानूनी अंतर से वाकिफ था.
अहमदाबाद : पुलिस ने अहमदाबाद में एक सर्राफा फर्म के मालिक को महात्मा गांधी की जगह बॉलीवुड अभिनेता अनुपम खेर की तस्वीर वाले नकली नोट थमाकर 1.6 करोड़ रुपये की ठगी करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. उन्होंने बताया कि मामले में चार और संदिग्धों की तलाश जारी है.
मेहुल बुलियन के मालिक मेहुल ठक्कर की शिकायत के आधार पर 24 सितंबर को नवरंगपुरा पुलिस स्टेशन में धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया था. एक अधिकारी ने बताया कि अहमदाबाद पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दीपक राजपूत (32), नरेंद्र यादव उर्फ नंदू (36) और कल्पेश मेहता (45) को अरेस्ट किया है. ये सभी अहमदाबाद के ही रहने वाले हैं. पुलिस के अनुसार, ठक्कर को कथित तौर पर बताया गया था कि कुछ लोग 2,100 ग्राम (2.1 किलोग्राम) सोना खरीदना चाहते हैं और इसे 24 सितंबर को नवरंगपुरा में सीजी रोड पर एक शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में स्थित एक अंगड़िया (कूरियर) फर्म में डिलीवर करना चाहते हैं.
आरोपियों ने किया अभिनेता की फोटो इस्तेमाल करने का राज
आरोपियों ने अभिनेता अनुपम खेर की तस्वीर वाले नोटों का इस्तेमाल क्यों किया? इस पर अधिकारी ने कहा कि राजपूत नकली नोटों और नए नोटों के बीच कानूनी अंतर से वाकिफ था. अधिकारी ने कहा कि वह जानता था कि नकली नोट छापने पर कठोर दंड लगेगा, इसलिए उसने सख्त आरोपों से बचने के लिए नकली नोटों पर नकली फोटो का इस्तेमाल किया.
कैसे दिया वारदात को अंजाम
ठक्कर ने भरत जोशी सहित अपने कर्मचारियों को ₹1.6 करोड़ मूल्य के सोने के साथ कूरियर कार्यालय भेजा, जहां दो आरोपी मौजूद थे. कर्मचारियों ने सोना डिलीवर किया और आरोपियों ने जोशी को ₹500 मूल्यवर्ग के 26 बंडलों में नकद दिया, जो उन्होंने कहा कि ₹1.3 करोड़ था.
कैसे आंखों में धूल झोकी
जांच से जुड़े एक अधिकारी ने कहा कि लोगों ने जोशी से मशीन का उपयोग करके नकदी गिनने के लिए कहा और शेष ₹30 लाख वापस करने का वादा किया. उन्होंने सोना लिया और गायब हो गए. जब जोशी ने गिनना शुरू किया, तो उन्होंने पाया कि नोट नकली थे, जिनमें से प्रत्येक पर अनुपम खेर की तस्वीर थी. क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी ने बताया कि मामले का मास्टरमाइंड और बार-बार अपराध करने वाला राजपूत ही सोना खरीदने के लिए बुलियन फर्म से संपर्क करने के लिए ‘सिख व्यापारी’ बनकर आया था.
Tags: Ahmedabad News, Anupam kher, Crime NewsFIRST PUBLISHED : October 17, 2024, 18:07 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed