कौन हैं माइकल लोबो और दिगंबर कामत जो गोवा में कांग्रेस के खात्मे की कथित पटकथा लिख रहे!

Goa Congress Crisis: दिगंबर कामत गोवा के मुख्यमंत्री रहे हैं. वह 1994 से लगातार विधायक हैं. कांग्रेस से शुरुआत करने वाले कामत का ज्यादातर सियासी जीवन बीजेपी में बीता है. 2005 में उन्होंने तत्कालीन मनोहर पर्रिकर सरकार गिराने में भी अहम भूमिका निभाई थी. वहीं माइकल लोबो पूर्व प्रमोद सावंत सरकार में मंत्री रहे हैं. लोबो की पत्नी भी कांग्रेस से विधायक हैं.

कौन हैं माइकल लोबो और दिगंबर कामत जो गोवा में कांग्रेस के खात्मे की कथित पटकथा लिख रहे!
नई दिल्लीः गोवा में कांग्रेस पार्टी बगावत की आंधी का सामना कर रही है. पार्टी ने खुद माना है कि राज्य में उसके 11 में से 5 विधायकों से उसका संपर्क नहीं हो पा रहा है. पार्टी में गोवा मामलों के इंचार्ज दिनेश गुंडू राव ने खुलकर माइकल लोबो और दिगंबर कामत पर आरोप लगाए हैं. माइकल लोबो को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के पद से भी हटा दिया गया है. लोबो और कामत को गोवा में दिग्गज नेता माना जाता है. दिगंबर कामत 2007 में कांग्रेस के राज में मुख्यमंत्री भी रहे हैं. आइए जानते हैं इन दोनों नेताओं के बारे में विस्तार से- दिगंबर कामत गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे हैं. उन्होंने इस साल 8वीं बार गोवा विधानसभा चुनाव लड़ा था, और जीत दर्ज की थी. 8 मार्च 1954 को मडगांव में जन्मे कामत 1994 से लगातार विधायक हैं. कामत का ज्यादातर सियासी जीवन बीजेपी में बीता है. कामत ने कांग्रेस से अपनी राजनीतिक पारी शुरू की थी. 1994 में जब दिगंबर कामत को कांग्रेस ने चुनाव के लिए टिकट नहीं दिया तो उन्होंने पार्टी छोड़कर बीजेपी जॉइन कर ली थी. साल 2005 में कामत शामिल हुए कांग्रेस में 11 साल के लंबे अंतराल के बाद 2005 में उन्होंने फिर से बीजेपी छोड़कर कांग्रेस का हाथ थाम लिया और तत्कालीन मनोहर पर्रिकर सरकार गिराने में अहम भूमिका निभाई. 2007 के चुनाव में जब कांग्रेस को जीत मिली थी, तब दिगंबर कामत को समझौते के तहत मुख्यमंत्री बनाया गया था. उसके बाद उन्होंने 2012 तक राज्य के मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाली. दिगंबर कामत 2007 से पहले कांग्रेस की प्रताप सिंह राणे सरकार में ऊर्जा, खनन, कला व संस्कृति मंत्री थे. कामत तीन बार राज्य के बिजली मंत्री रह चुके हैं. इसके अलावा शहरी विकास व खनन, टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग भी संभाल चुके हैं. 2017 के विधानसभा चुनावों के बाद दिगंबर कामत 40 सदस्यीय गोवा विधानसभा में विपक्ष के नेता बने. दिगंबर कामत एक दशक से भी अधिक समय तक गोवा में खनन मंत्रालय संभाल चुके हैं. इस दौरान उन पर घोटाले के भी आरोप लगे. जस्टिस एमबी शाह आयोग ने कामत पर 35,000 करोड़ रुपये के खनन घोटाले की निगरानी करने का आरोप लगाया था. इस घोटाले में कई नौकरशाह और खनन माफियाओं का भी नाम आया था. पेशे से व्यापारी और रियल एस्टेट कारोबारी रहे दिगंबर कामत के परिवार में पत्नी आशा और दो बच्चे हैं. माइकल लोबो माइकल विंसेंट लोबो कलंगुट से कांग्रेस पार्टी के विधायक हैं. वह लंबे समय से गोवा की राजनीति में सक्रिय रहे हैं. वह हाल तक गोवा में विपक्ष के नेता थे. लोबो इस साल जनवरी तक भाजपा के नेता थे. गोवा विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने बीजेपी छोड़कर कांग्रेस का हाथ थाम लिया था. माइकल लोबो उत्तरी गोवा भाजपा के अध्यक्ष भी रहे थे. माइकल लोबो ने पहली बार 2012 में भाजपा के टिकट पर कलंगुट विधानसभा से चुनाव लड़ा था. तब उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार को 1,857 मतों से हराया था. वह प्रमोद सावंत सरकार में मंत्री भी बने. इस साल 10 जनवरी को उन्होंने सावंत सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. उसके बाद कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए. लोबो की पत्नी भी कांग्रेस पार्टी से विधायक हैं, जिनका नाम डेलियाला लोबो है. जनवरी में लोबो के साथ डेलियाला ने भी बीजेपी छोड़कर कांग्रेस पार्टी जॉइन कर ली थी. 1976 में गोवा के मापुसा में पैदा हुए माइकल लोबो रोमन कैथोलिक हैं. वह 24 मई 2012 से उत्तरी गोवा योजना एवं विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष भी हैं, जो पणजी और मापुसा में काम देखता है. 2013 में जब गोवा में भारत का पहला प्लेबॉय क्लब खुला था तो उसका विरोध करने वालों में लोबो भी शामिल थे. उन्होंने क्लब को वेश्यावृत्ति के समान बताया था. सरकार को क्लब को दी गई अनुमति वापस लेनी पड़ी थी. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Congress, GoaFIRST PUBLISHED : July 11, 2022, 10:21 IST