अब गांव में मिट्टी जांच केंद्र खोल करें मोटी कमाई मिल रही सब्सिडी
अब गांव में मिट्टी जांच केंद्र खोल करें मोटी कमाई मिल रही सब्सिडी
किसान या उसका बेटा अगर बीएससी एग्रीकल्चर किया है, तो वह ग्राम स्तरीय लेवल पर मिट्टी परीक्षण केंद्र की स्थापना कर सकते हैं. योजना के तहत उनको ₹2,00,000 का अनुदान भी मिलता है.
सनन्दन उपाध्याय/बलिया: अगर आप बेरोजगार हैं और कोई व्यवसाय करना चाहते हैं, तो यह खबर आपके काम की है. दरअसल अपने गांव में मिट्टी जांच केंद्र खोलकर एक अच्छा व्यवसाय का साधन बनाया जा सकता है. जिसके लिए सरकार अनुदान दे रही है. ग्रामीण स्तर पर मिनी लैब खोलकर युवा अपने आप को कामयाब बना सकते हैं. इसके लिए सरकार अनुदान भी दे रही है. आइए जानते हैं क्या है मिट्टी जांच केंद्र खोलने की पूरी प्रक्रिया…
भूमि परीक्षण प्रयोगशाला बलिया के अध्यक्ष अजय बाबू सिंह ने बताया कि मिट्टी परीक्षण किसानों के लिए बेहद महत्वपूर्ण एक प्रक्रिया है. जिसमें हमारे कृषि विभाग के कर्मचारी जाकर किसानों के मिट्टी को प्रयोगशाला में लाते हैं. मिट्टी जांच के आधार पर किसानों को यह मालूम होता है कि खेत में किस प्रकार का उर्वरक डालना है, जिससे उस मिट्टी पर अच्छा पैदावार हो सके. हर वर्ष यूपी सरकार की तरफ से हमें मिट्टी जांच करने का लक्ष्य मिलता है.
लैब खोलने के लिए सरकार दे रही अनुदान
किसान या उसका बेटा अगर बीएससी एग्रीकल्चर किया है, तो वह ग्राम स्तरीय लेवल पर मिट्टी परीक्षण केंद्र की स्थापना कर सकते हैं. योजना के तहत उनको ₹2,00,000 का अनुदान भी मिलता है.
पहले आओ पहले पाओ के आधार पर मिल रहा लाभ
अगर आप भी बेरोजगार हैं, तो मिट्टी जांच केंद्र खोलकर इसे व्यवसाय का बड़ा साधन बना सकते हैं. इसके लिए कृषि विभाग से एक फॉर्म लेना होता है. इस योजना का पहले आओ पहले पाओ के आधार पर लाभ उठा सकते हैं.
दो बार में मिलता है अनुदान…
बीएससी एग्रीकल्चर किए युवाओं के लिए यह एक सुनहरा मौका है कि अपना एक मिनी लैब खोलकर किसानों की मिट्टी का जांच कर सकते हैं. यह युवाओं के लिए एक व्यवसाय का बड़ा माध्यम भी है. अनुदान में 60 प्रतिशत पहले मिल जाएगा, उसके बाद लैब खोलने के बाद 40 प्रतिशत बैंक के माध्यम से आ जाएगा.
ऐसे होता है लाभार्थियों का चयन
लाभार्थियों का चयन करने के लिए कमेटी गठित की गई है. जिसमें जिलाधिकारी, डीडीओ, जिला उद्यान अधिकारी, लैब के अध्यक्ष और कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी रहेंगे. फार्म जमा होने के बाद एक तारीख निर्धारित की जाती है, उसी दिन इन लाभार्थियों को बुलाया जाता है और यह कमेटी इंटरव्यू लेने के बाद तय करती है कि कौन लाभार्थी सक्षम है. अभी इसके लिए कृषि विभाग से फॉर्म मिल रहे हैं.
Tags: Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : May 27, 2024, 10:37 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed