बाबा विश्वानाथ के इस कदम से काशी की संस्कृति और देव वाणी को मिली संजीवनी

Kashi Vishwanath Temple: मंदिर न्यास के इस कदम से संस्कृत पढ़ने वाले गरीब बच्चों को काफी सहूलियत मिल रही है. इससे साथ ही काशी की संस्कृति और देव वाणी संस्कृत भाषा का भी उत्थान हो रहा है और इसके तरफ लोगों का रुझान भी बढ़ रहा है.

बाबा विश्वानाथ के इस कदम से काशी की संस्कृति और देव वाणी को मिली संजीवनी
अभिषेक जायसवाल / वाराणसी: धर्म नगरी काशी दुनिया के प्राचीन शहरों में से एक है. यहां कई वेदशाला और संस्कृत विद्यालय है जो फंड के अभाव में दम तोड़ रहे हैं. इन छात्रों को अब बाबा विश्वनाथ का सहारा मिल गया है. मंदिर न्यास संस्कृत विद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों को कई खास सुविधाएं दे रहा है. इसके अलावा जल्द ही संस्कृत विद्यालय के इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए भी काशी विश्वनाथ मंदिर सहयोग करेगा. मंदिर न्यास के इस पहल से काशी में संस्कृत विद्यालय और उनके छात्रों को नई संजीवनी मिलेगी. वाराणसी के कमिश्नर कौशल राज शर्मा ने बताया कि मंदिर की आय जिस तरह बढ़ रही है वैसे-वैसे सामाजिक कार्यों का दायरा भी बढ़ाया जा रहा है. इसी के तरह मंदिर न्यास देव भाषा संस्कृत के उत्थान के लिए स्कॉलरशिप सुविधा के साथ फ्री ड्रेस, किताब और कई जरूरी चीजे छात्रों को मुहैया करा रही है. इसके अलावा भविष्य में स्कूलों के इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने का काम भी किया जाएगा. ताकि छात्रों को आधुनिक तरीके से संस्कृत की शिक्षा मिल सके. काशी की संस्कृति और देव वाणी का होगा उत्थान मंदिर न्यास के इस कदम से संस्कृत पढ़ने वाले गरीब बच्चों को काफी सहूलियत मिल रही है. इससे साथ ही काशी की संस्कृति और देव वाणी संस्कृत भाषा का भी उत्थान हो रहा है और इसके तरफ लोगों का रुझान भी बढ़ रहा है. बताते चलें कि मंदिर न्यास के इस पहल से छात्रों के साथ प्रधानाचार्य भी इस पहल से काफी खुश है. गरीब बच्चों को मिली ये सुविधाएं शहर के शिवाला स्थित संस्कृत विद्यालय की प्रधानाचार्या साधना देवनाथ ने बताया कि मंदिर न्यास की ओर से हमारे छात्रों को ड्रेस, किताब के साथ अध्यापकों को साड़ी और धोती कुर्ता सहयोग स्वरूप प्राप्त हुआ है. उम्मीद है कि आगे भी संस्कृत के उत्थान के लिए हमें मदद मिलती रहेगी. . Tags: Local18, Uttar Pradesh News Hindi, Varanasi newsFIRST PUBLISHED : April 29, 2024, 16:05 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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