डेंगू-मलेरिया की रोकथाम के लिए अपनाई जाएगी ऑयल बॉल तकनीकयहां हुआ ट्रायल
डेंगू-मलेरिया की रोकथाम के लिए अपनाई जाएगी ऑयल बॉल तकनीकयहां हुआ ट्रायल
इस ऑयल बॉल को ठहरे हुए पानी में डाला जाता है, जिससे ऑयल की परत धीरे-धीरे पानी की सतह पर फैल जाती है, इस कारण मच्छरों के लार्वा को ऑक्सीज़न की उचित मात्रा नहीं मिल पाती और लार्वा नष्ट हो जाता है.
वाराणसी : बारिश के साथ डेंगू, मलेरिया जैसे बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है. ऐसे में इन बीमारियों को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग एंटी लार्वा छिड़काव कराता है. इसके साथ फॉगिंग भी होती है. लेकिन अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में मच्छर जनित इन बीमारियों को रोकने के लिए खास प्लान तैयार किया गया है.स्वास्थ्य विभाग ने इस पर काम भी शुरू कर दिया है.
ऑयल बॉल तकनीक से अब इन डेंगू, मलेरिया जैसे बीमारियों को रोका जाएगा. मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल की पहल पर वाराणसी में इस तकनीक का ट्रायल शुरू किया गया है .बताया जा रहा इस तकनीक से न सिर्फ शहर को डेंगू ,मलेरिया जैसे खतरनाक बीमारियों से मुक्ति मिलेगी. बल्कि स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को भी रोजगार मिलेगा.
इन इलाकों में हुआ ट्रायल
जिला मलेरिया अधिकारी शरत चंद्र पांडेय ने बताया कि ऑयल बॉल तकनीक का प्रयोग कर 15 से 20 दिनों तक उसका अध्ययन किया गया है. जिसमें सकारात्मक रिजल्ट सामने आए हैं . वाराणसी के सीरगोवर्धन, काशीपुरम कॉलोनी के खाली गड्ढों में हुए जलजमाव पर इसका ट्रायल हुआ.जिसमें यह पाया गया कि यह ऑयल बॉल रुके पानी में ऑक्सीजन की मात्रा को कम कर देती है जिससे लार्वा नहीं पनप पाते हैं.
ऐसे तैयार हुआ ऑयल बॉल
बताते चलें कि यह ऑयल बॉल पिंडरा ब्लॉक के मां लक्ष्मी महिला समूह द्वारा तैयार किया जा रहा है. इस बॉल को लकड़ी के बुरादे और कपड़े से तैयार किया जा रहा है. इसके बाद गाड़ी के इंजन में यूज किए गए ऑयल में इसे डुबोया जा रहा है और फिर इस बॉल को ठहरे हुए पानी में डाला जाता है.
इस तरह करता है काम
इस ऑयल बॉल को ठहरे हुए पानी में डाला जाता है, जिससे ऑयल की परत धीरे-धीरे पानी की सतह पर फैल जाती है, इस कारण मच्छरों के लार्वा को ऑक्सीज़न की उचित मात्रा नहीं मिल पाती और लार्वा नष्ट हो जाता है.
Tags: Local18, Uttar Pradesh News Hindi, Varanasi newsFIRST PUBLISHED : July 6, 2024, 13:43 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed