बिहार और यूपी के मरीजों पर टूटी आफतBHU में नहीं होगा आज किसी का इलाज!

बीएचयू अस्पताल में हर दिन यूपी, बिहार समेत झारखंड के कई जिलों से हजारों मरीज आते हैं. ऐसे में ओपीडी सहित अन्य सेवाएं ठप होने के कारण अब उन्हें बिना इलाज के ही वापस लौटना पड़ रहा है. आंकड़ों के अनुसार, बीएचयू ओपीडी में हर दिन 6000 से 7000 हजार मरीज आते हैं.

बिहार और यूपी के मरीजों पर टूटी आफतBHU में नहीं होगा आज किसी का इलाज!
वाराणसी : कोलकाता रेप एंड मर्डर केस को लेकर बीएचयू के रेजिडेंट डॉक्टरों में खासी नाराजगी है. इस घटना से नाराज आईएमएस बीएचयू के जूनियर डॉक्टर मंगलवार से हड़ताल पर चले गए हैं. इस हड़ताल के कारण यूपी के पूर्वांचल सहित बिहार से आने वाले हजारों मरीजों की मुश्किल बढ़ गई है. बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल में इमरजेंसी को छोड़ सभी स्वास्थ्य सेवाएं ठप हैं. सुबह से ही अस्पताल में डॉक्टरों के नहीं होने के कारण हजारों मरीज बिना इलाज के वापस लौट गए, जबकि कुछ मरीजों ने प्राइवेट अस्पताल का रुख कर लिया. उधर, दूसरी तरफ रेजिडेंट डॉक्टरों ने विश्वविद्यालय के चिकित्सा विज्ञान संस्थान के बाहर नारेबाजी कर अपना विरोध जताया. डॉक्टरों की मांग है कि कोलकाता रेप केस मामले की जांच सीबीआई करें और सभी आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले. अस्पतालों में हो सुरक्षा के बेहतर इंतजाम हड़ताली डॉक्टर अमित कुमार ने बताया कि हमारी मांग है कि अस्पतालों में सुरक्षा के लिए बेहतर इंतजाम हो और हर जगह गार्ड की तैनाती की जाए. इसके अलावा अस्पताल का हर कोना सीसीटीवी से लैस हो और जिन महिला रेजिडेंट डॉक्टर की नाइट ड्यूटी हो उनके सुरक्षा के लिए भी बेहतर इंतजाम किए जाए. ओपीडी के अलावा इमरजेंसी वार्ड में सिक्योरिटी बढ़ाई जाए. बीएचयू में आते हैं इतने मरीज बता दें कि बीएचयू अस्पताल में हर दिन यूपी, बिहार समेत झारखंड के कई जिलों से हजारों मरीज आते हैं. ऐसे में ओपीडी सहित अन्य सेवाएं ठप होने के कारण अब उन्हें बिना इलाज के ही वापस लौटना पड़ रहा है. आंकड़ों के अनुसार, बीएचयू ओपीडी में हर दिन 6000 से 7000 हजार मरीज आते हैं. Tags: Local18, Uttar Pradesh News Hindi, Varanasi newsFIRST PUBLISHED : August 13, 2024, 14:10 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed