इस मंदिर से होकर शिव गए थे हिमालय पर्वत जमीन के अंदर से प्रकट हुआ शिवलिंग

इस मंदिर की खास बात है कि किसी ने भी इसकी स्थापना नहीं की थी. मंदिर के पुजारी लाल बहादुर ने बताया कि इस मंदिर में जो शिवलिंग मौजूद है, वह स्थापित नहीं किया गया है बल्कि यह जमीन के अंदर से निकला है.

इस मंदिर से होकर शिव गए थे हिमालय पर्वत जमीन के अंदर से प्रकट हुआ शिवलिंग
महाराजगंज: उत्तर प्रदेश का महाराजगंज जिला अपने अलग परिवेश और पारंपरिक मान्यताओं के लिए जाना जाता है. जिले में अलग-अलग जगह पर बहुत से मंदिर स्थित हैं और इन मंदिरों की अपनी अलग कहानी भी है. ऐसा ही एक मंदिर महाराजगंज जिले के हरपुर पकड़ी में मौजूद है. यह मंदिर बौराहवा बाबा के नाम से जाना जाता है. भगवान शिव के क्रोध वाले रूप को बौराहवा भी कहा जाता है और इसी वजह से जिले में मौजूद इस मंदिर का नाम बौराहवा बाबा मंदिर पड़ा है. भगवान शिव यही से गए थे हिमायल पर्वत इस मंदिर की खास बात है कि किसी ने भी इसकी स्थापना नहीं की थी. मंदिर के पुजारी लाल बहादुर ने बताया कि इस मंदिर में जो शिवलिंग मौजूद है, वह स्थापित नहीं किया गया है बल्कि यह जमीन के अंदर से निकला है. बाद में इस जगह को अलग-अलग पुजारी और सेवादारों के द्वारा एक बड़े मंदिर के रूप में परिवर्तित कर दिया गया. उन्होंने बताया कि यह मंदिर इसलिए भी खास है क्योंकि भगवान शिव यही से होकर हिमालय पर्वत की ओर प्रस्थान किए थे. शिवलिंग के पास ही एक बड़ा वृक्ष भी हुआ करता था हालांकि अब यह वृक्ष वहां नहीं है. श्रद्धालुओं का लगता है जमावड़ा भगवान शिव का यह बौराहवा बाबा मंदिर हमेशा श्रद्धालु से भरा रहता है. प्रतिदिन बहुत से श्रद्धालु यहां दर्शन करने और धार्मिक अनुष्ठानों के लिए भी आते रहते हैं. शायद ही कोई ऐसा दिन होगा, जब इस मंदिर परिसर में भीड़ ना होती हो. इसके अलावा यदि हम सावन महीने की बात करें तो मंदिर परिसर में इतनी भीड़ होती है कि यह मंदिर परिसर एक बड़े मेले के रूप में परिवर्तित हो जाता है. सिर्फ महाराजगंज जिले से ही नहीं बल्कि पड़ोसी जिले के श्रद्धालु और पड़ोसी देश नेपाल से भी श्रद्धालु यहां आते रहते हैं. Tags: Hindi news, Local18, Religion 18FIRST PUBLISHED : August 29, 2024, 10:02 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ेंDisclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.
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