काफी प्राचीन है यह मंदिर यहां जमीन के अंदर से प्रकट हुए थे भगवान शिव जानें म

Maharajganj Darhata Shiv Mandir: महाराजगंज जिले के दरहटा में एक प्राचीन शिव मंदिर है. मंदिर के पुजारी ने बताया कि इस मंदिर का इतिहास काफी पुराना है. ऐसी मान्यता है कि इस मंदिर की स्थापना नहीं हुई थी बल्कि यहीं से भगवान जमीन से निकले थे.

काफी प्राचीन है यह मंदिर यहां जमीन के अंदर से प्रकट हुए थे भगवान शिव जानें म
महाराजगंज: उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले के दरहटा में प्राचीन शिव मंदिर स्थित है. इस मंदिर की अपनी अलग मान्यता और इतिहास है. यहां स्थित मंदिर में शिवलिंग की स्थापना नहीं हुई है, बल्कि जमीन से ही शिवलिंग निकला है. उसी जगह पर इस भव्य मंदिर का निर्माण हुआ है. आज के समय में दरहटा के प्राचीन शिवलिंग मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी संख्या आती है और यह आस्था का एक बड़ा स्थल बन चुका है. यह मंदिर अपने प्राचीन इतिहास के साथ–साथ अलग मान्यताओं के लिए भी जाना जाता है. इस प्राचीन शिवलिंग मंदिर के साथ बहुत सी कहानियां भी जुड़ी हैं, जो इसकी मान्यताओं को और भी बढ़ा देते हैं. कई पीढ़ियों को नहीं पता इसके उत्पत्ति की कहानी मंदिर के महंत परमारथ जी महाराज ने लोकल 18 से बातचीत में बताया कि किसी को भी इस मंदिर के शुरुआती समय की जानकारी नहीं है. उनसे पहले उनके पिता इस मंदिर के महंत थे और उन्होंने ही इस मंदिर का निर्माण कराया था. शुरुआती समय में इस प्राचीन मंदिर स्थल पर कोई मंदिर नहीं मौजूद था. उनके पिता ने इस मंदिर का निर्माण कराया. उनके पिता करीब 115 सालों तक जीवित रहे और अपने आखिरी समय तक इस प्राचीन मंदिर की सेवा करते रहे. उनका ही अथक प्रयास रहा कि मंदिर का निर्माण हुआ. बाद में वर्तमान महंत परमारथ जी ने मंदिर परिसर में अन्य मंदिरों का निर्माण कराया . शिवरात्रि के दिन होती है श्रद्धालुओं की भीड़ दरहटा के प्राचीन शिवलिंग मंदिर के वर्तमान महंत परमारथ जी ने बताया कि इस मंदिर परिसर में शिवरात्रि के दिन बहुत बड़ा धार्मिक आयोजन होता है. शिवरात्रि के दिन भारी संख्या में श्रद्धालु यहां आते हैं. उन्होंने बताया कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. इस प्राचीन मंदिर में सिर्फ महाराजगंज जिले के ही नहीं, बल्कि दूर–दूर से श्रद्धालु यहां आते हैं और धार्मिक आयोजन भी करते हैं. Tags: Hindi news, Local18, Religion 18FIRST PUBLISHED : September 24, 2024, 11:04 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ेंDisclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.
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