कभी विदेशों में फेमस था यूपी के इस शहर का घी जानें अब क्या है हाल

Shudh Desi Ghee: पहले तो इटावा का शुद्ध देशी घी सिंगापुर, हांगकांग, जापान इत्यादि कई देशों में निर्यात होता था. लेकिन बड़ी- बड़ी ब्रांडेड कंपनियों के आने से व्यापार कम हो गया. अभी भी उत्तर प्रदेश, कोलकाता, दिल्ली सहित देश भर के कई हिस्सों में देशी घी सप्लाई किया जाता है.

कभी विदेशों में फेमस था यूपी के इस शहर का घी जानें अब क्या है हाल
इटावा: आजादी के पहले उत्तर प्रदेश के इटावा में बनने वाले देशी घी की मांग सिंगापुर, जापान ओर हांगकांग जैसे देशों में बड़े पैमाने पर थी. इसके अलावा शुद्ध देसी घी देश के अन्य सभी हिस्सों में भी सप्लाई किया जाता था. आजादी पूर्व से एक ही बिना ब्रांड का घी ही सप्लाई किया जाता था. लेकिन, साल 1931 में इस देसी घी की ‘कामधेनु’ के नाम से ब्रांडिंग शुरू हो गई. उत्तर प्रदेश के इटावा के गाड़ीपुरा मुहाल में तोताराम मधुबनदास ने इस देशी घी का बड़ा कारखाना स्थापित किया. तोताराम मधुबन दास मूल रूप से आगरा के रहने वाले हैं. लेकिन, व्यापारिक दृष्टिकोण से इटावा के लालपुर में आकर के स्थापित हो गए. इसके बाद उन्होंने शुद्ध देसी घी का कारोबार शुरू किया. उनके परिवार के ही अन्य लोग दिल्ली ओर कोलकाता में रहते थे. देशी घी का कारोबार करने वाले शांत कुमार जैन ने बताया कि उनके यहां घी का कारोबार 100 से ज्यादा साल से हो रहा है. पहले कंपनी रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ करता था, लेकिन 1931 में रजिस्ट्रेशन शुरू हुए. तब से अभी तक अनवरत देशी घी का काम हो रहा है. विदेशों में फेमस था इटावा का शुद्ध देसी घी आगे उन्होंने बताया कि पहले दही का घी बनता था, वो असली घी था. लेकिन अब दूध से मशीनों के जरिए प्रोसेस करके बनाया जाने लगा है. पहले तो उनका देशी घी सिंगापुर, हांगकांग, जापान इत्यादि कई देशों में निर्यात होता था. लेकिन बड़ी- बड़ी ब्रांडेड कंपनियों के आने से व्यापार कम हो गया. अभी भी उत्तर प्रदेश, कोलकाता, दिल्ली सहित देश भर के कई हिस्सों में देशी घी सप्लाई किया जाता है. नए ब्रांड आ जाने पर घी की बिक्री पर असर शांत कुमार जैन कहना है कि उस समय घी संगठन में 7 लोग शामिल थे, जो इटावा और इटावा के बाहर शुद्ध देसी घी सप्लाई करने का काम करते थे.देशी घी कारोबारी नीरज जैन ने बताया कि पहले बड़े बड़े कड़ाई में लकड़ियों से घी पकाया जाता था. लेकिन इसकी जगह मशीनों ने ले ली है. घी के नए-नए ब्रांड आ जाने से अब इस घी की बिक्री पर असर पड़ा है. आज भी उनके घी की सप्लाई देश के अन्य हिस्सों में बड़ी तादाद में होती है. Tags: Etawa news, Local18FIRST PUBLISHED : August 18, 2024, 10:30 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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