सिर्फ 500 रुपये ने किसान को बना दिया लखपति इस फसल से हो रही डबल कमाई
सिर्फ 500 रुपये ने किसान को बना दिया लखपति इस फसल से हो रही डबल कमाई
फर्रुखाबाद के गांव न्यामतपुर ठाकुरान के निवासी नेपाल सिंह बताते हैं कि वह कई वर्षो से लौकी की फसल करते आ रहे हैं. मुख्य रूप से इसमें बेहद कम लागत आती है. वहीं जब फसल बिकती है तो मालामाल कर देती है.
फर्रुखाबाद: इस फसल से किसान कर रहे डबल कमाई, पहले सब्जी और बाद में बीजों की करते हैं बिक्री. फर्रुखाबाद का ये किसान लंबे वर्षों से लगातार परंपरागत खेती करते आ रहे हैं. लेकिन हर बार निराशा ही मिल रही थी. लेकिन हार नहीं मानी. कुछ न कुछ लगातार नया करते रहे. मेहनत और धैर्य का फल मिला और आज किस्मत ही बदल गई.
गेहूं और धान को छोड़कर नए प्रयोग करते रहते हैं. वहीं यह लगातार सफल भी हुए हैं. तो दूसरी ओर इससे फायदा भी बंपर कमाते हैं. किसान बताते हैं कि जिस प्रकार अलग तरीके से खेती करते हैं. मंडी में जल्दी बिक्री भी हो जाती हैं. वहीं उनके लौकी की फसल कई जिलों में बिक जाती है. इस समय वह अपने खेतों में अलग तरीके से लौकी की फसल तैयार करके लाखों रुपए का मुनाफा कमा रहे हैं.
जोरदार कमाई
फर्रुखाबाद के गांव न्यामतपुर ठाकुरान के निवासी नेपाल सिंह बताते हैं कि वह कई वर्षो से लौकी की फसल करते आ रहे हैं. मुख्य रूप से इसमें बेहद कम लागत आती है. वहीं जब फसल बिकती है तो मालामाल कर देती है. यही कारण है कि वह एक बीघा में पांच सौ रुपए की लागत लगाकर सिर्फ बीजों की बिक्री से ही चालीस से पचास हजार रुपए की कमाई कर लेते है. वहीं शुरुआत में भी हरी लौकी को मंडी में भी बेच कर कमाई कर लेते हैं.
यह है खेती का तरीका
किसान बताते हैं कि लौकी की फसल ज्यादा खर्चा नहीं होता. लिहाजा वह आलू की खुदाई करने के बाद ही इसकी बुवाई कर देते हैं. इसको तैयार करने के लिए सबसे पहले खेत को समतल करने के बाद उसकी क्यारियां बनाई जाती है. इसके बाद उन्नतशील बीजों की बुवाई की जाती है जब पौधे बड़े होने लगते हैं तो किसान इसकी सिंचाई शुरू कर देते हैं. जब पौधों से लौकी निकलने लगती है तो उसे हरी सब्जी के रूप में मंडी में बिक्री करते हैं. वहीं फसल जब पककर तैयार हो जाती है तो लौकी को फोड़ने के बाद उसमें निकलने वाले बीजों को नोएडा, दिल्ली, पंजाब और अन्य बाजारों में बिक्री करके लाखों रुपए की कमाई कर लेते हैं.
Tags: Agriculture, Local18FIRST PUBLISHED : July 23, 2024, 11:16 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed