मटन से मंहगी है ये प्रतिबंधित जंगली सब्जीडायबिटीज और हार्ट रोग में कारगर!

वैसे यह सब्जी चाहे जितनी भी प्रोटीन युक्त और स्वादिष्ट हो, लेकिन जंगल जाकर कटरुआ निकालने पर प्रतिबंध है. फिर भी आसपास के ग्रामीण अपनी जान जोखिम में डाल कर विभागीय सांठ-गांठ से इसे खोद कर लाते हैं.डॉ. विद्या गुप्ता ने बताया कि कटरुआ एक ऐसी जंगली सब्जी है, जिसे शाकाहारियों के लिए मटन का विकल्प माना जाता है.

मटन से मंहगी है ये प्रतिबंधित जंगली सब्जीडायबिटीज और हार्ट रोग में कारगर!
शाहजहांपुर : शरीर को स्वस्थ रखने के लिए पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है. हरी सब्जियों में पोषक तत्वों की मात्रा अधिक पाई जाती है, जिसकी वजह से हरी सब्जियों को प्राथमिकता दी जाती है, लेकिन तराई के जंगलों में पाई जाने वाले कटरुआ की सब्जी औषधीय गुणों से भरपूर होती है. कटरुआ में बहुत से विटामिन और मिनरल्स पाए जाते हैं, जो कि शरीर को स्वस्थ रखने के लिए मददगार होते हैं. इसके अलावा इसका सेवन करने से कई बीमारियों से भी निजात मिलती है. कृषि विज्ञान केंद्र नियामतपुर में तैनात गृह विज्ञान एक्सपर्ट डॉ. विद्या गुप्ता ने बताया कि कटरुआ एक ऐसी जंगली सब्जी है, जिसे शाकाहारियों के लिए मटन का विकल्प माना जाता है. इसमें प्रोटीन की मात्रा काफी अधिक होती है. कटरुआ में प्रोटीन की भरपूर मात्रा होती है, जो मांसपेशियों के विकास और मरम्मत के लिए जरूरी है. इसके अलावा इसमें कैल्शियम भी अच्छी मात्रा में पाया जाता है. दिल में मरीजों के लिए है फायदेमंद डॉ. विद्या गुप्ता ने बताया कि कटरुआ डायबिटीज के रोगियों के लिए भी फायदेमंद मानी जाती है. कटरुआ हृदय रोगों के खतरे को कम करने में मदद कर सकती है. यह कमजोरी और थकान को दूर करने में भी मदद करती है. इसमें विटामिन और खनिज भी भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. प्रतिबंधित है कटरुआ की सब्जी कटरुआ पीलीभीत और लखीमपुर के जंगलों में पाया जाता है. ये सागौन और शाल के पेड़ों की जड़ों के पास पाया जाता है. किसान जान जोखिम में डालकर इसको खोदकर लाते हैं. बाजार में इसके भाव मटन से भी ज्यादा रहता है. ये 800 रुपए से लेकर 1 हजार रुपए प्रति किलो तक बिकता है. इसकी सब्जी बेहद ही स्वादिष्ट और पौष्टिक होती है.वैसे यह सब्जी चाहे जितनी भी प्रोटीन युक्त और स्वादिष्ट हो, लेकिन जंगल जाकर कटरुआ निकालने पर प्रतिबंध है. फिर भी आसपास के ग्रामीण अपनी जान जोखिम में डाल कर विभागीय सांठ-गांठ से इसे खोद कर लाते हैं. Tags: Health News, Life18, Local18, Shahjahanpur News, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : August 14, 2024, 14:41 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed