जन्म से ही टेढ़े हैं बच्चे के पैर तो यहां बिना ऑपरेशन के फ्री में हो रहा इलाज
जन्म से ही टेढ़े हैं बच्चे के पैर तो यहां बिना ऑपरेशन के फ्री में हो रहा इलाज
अस्पताल के डॉक्टर ऑर्थोपेडिक सर्जन लखविंदर सिंह ने बताया कि वे अब तक डेढ़ सौ से अधिक बच्चों का सफल इलाज कर चुके हैं और वे रामपुर में पिछले डेढ़ साल से जिला अस्पताल में काम कर रहे हैं.
अंजू प्रजापति/रामपुर: जन्म से पैर अंदर की ओर मुड़ा होने (क्लब फुट) वाले बच्चों का बिना ऑपरेशन इलाज अब रामपुर में संभव हो गया है. अब बिना किसी समस्या के प्लास्टर के माध्यम से क्लब फुट का उपचार किया जा सकता है. इस नई तकनीक से बच्चों को ऑपरेशन के दर्द और जटिलताओं से बचाया जा सकेगा. यह इलाज निशुल्क कराया जा रहा है.
अस्पताल के डॉक्टर ऑर्थोपेडिक सर्जन लखविंदर सिंह ने बताया कि वे अब तक डेढ़ सौ से अधिक बच्चों का सफल इलाज कर चुके हैं और वे रामपुर में पिछले डेढ़ साल से जिला अस्पताल में काम कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि प्लास्टर थेरेपी के माध्यम से बच्चों के पैर धीरे-धीरे सीधा किए जाते हैं, जिससे उन्हें सामान्य जीवन जीने में मदद मिलती है. इसमें पांच से छह बार प्लास्टर चढ़ाया जाता है. इसके बाद खास जूते पहनने का सुझाव दिया जाता है, जिसे 24 घंटे पहनना होता है. इन प्लास्टर और जूतों से क्लब फुट धीरे धीरे बैकफुट पर आ जाता है.
बुधवार को लिंब सेंटर के कमरा नंबर 25 में बच्चों के लिए ओपीडी होती है. वहीं फार्मेसी के बगल में पीडियाट्रिक आर्थोपेडिक ओपीडी चलती है. साथ ही लिंब सेंटर की कार्यशाला में भी खास जूतों की मदद से क्लब फुट के साथ ही अन्य पैरों के जन्मजात विकारों को दूर किया जा रहा है.
डॉक्टरों के अनुसार यह तकनीक सुरक्षित और प्रभावी है और इससे बच्चों को जल्दी आराम मिलता है. अब तक कई बच्चों का सफल इलाज किया जा चुका है. यह पहल विशेष रूप से उन परिवारों के लिए राहतकारी साबित हो रही है, जो ऑपरेशन के खर्च और जोखिम से बचना चाहते हैं.
इससे पहले क्लब फुट के लिए ऑपरेशन ही एकमात्र विकल्प होता था, लेकिन अब प्लास्टर थेरेपी से इस समस्या का समाधान संभव है. अस्पताल प्रशासन ने इस नई सेवा के लिए विशेष टीम बनाई है, जो नियमित रूप से इस प्रक्रिया को अंजाम देगी.
Tags: Health News, Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : July 26, 2024, 10:33 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed