सुूल्तानपुर में यहां है ऐतिहासिक चर्चा जानिए किसने करवाया था निर्माण

ईसाई धर्म में एक ऐसे मिशन की स्थापना की गई जो ईसाइयों की शिक्षा के लिए बेहतर प्रबंध कर सके और मानवीय क्षेत्र में भी काम कर सके. इस कार्य को मुदिला मिशन के तहत अंजाम दिया जाता है. इसी के चलते सुल्तानपुर में कैथोलिक सम्प्रदाय का प्रतीकात्मक धार्मिक स्थल जिसे संत पॉल चर्च के नाम से जाना जाता है उसके ऊपर लगा घंटा मुदिला मिशन की ही देन है.

सुूल्तानपुर में यहां है ऐतिहासिक चर्चा जानिए किसने करवाया था निर्माण
सुल्तानपुर. यूपी के सुल्तानपुर स्थित सिविल लाइन में बना सेंट पाल चर्च सिर्फ ईसाइयों के लिए ही महत्वपूर्ण नहीं है बल्कि सुल्तानपुर के लोगों के लिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इस चर्च को जिले की अमूल्य धरोहर माना जाता है. ऐतिहासिक दृष्टिकोण से भी इस चर्च को सुल्तानपुर जिला के विरासत सूची में शामिल किया गया है. चर्च के ऊपर लगाए गए घंटे के पीछे भी एक अनोखी कहानी है. इसे मुदिला मिशन के तहत लगाया गया था. ऐसे में यह जानना जरूरी हो जाता है कि आखिर क्या था मुदिला मिशन और क्या है इस चर्च की स्थापना का इतिहास? जानिए क्या है मुदिला मिशन दरअसल, ईसाई धर्म में एक ऐसे मिशन की स्थापना की गई जो ईसाइयों की शिक्षा के लिए बेहतर प्रबंध कर सके और मानवीय क्षेत्र में भी काम कर सके. इस कार्य को मुदिला मिशन के तहत अंजाम दिया जाता है. इसी के चलते सुल्तानपुर में कैथोलिक सम्प्रदाय का प्रतीकात्मक धार्मिक स्थल जिसे संत पॉल चर्च के नाम से जाना जाता है उसके ऊपर लगाया गया घंटा मुदिला मिशन की ही देन है. सुल्तानपुर के सिविल लाइन में इस समय जहां करुणाश्रय अस्पताल है, उस भूमि को स्वर्गीय बिशप रेमंड डीमेलो ने 1967 में खरीदा था. इसके बाद 1968 में स्वर्गीय बिशप रेमंड डीमेलो ने सिविल लाइन में फ्लोरेंस बुचमैन से एक और जमीन का टुकड़ा खरीदा और चर्च का निर्माण करवाया. इस तरह चर्चा का हुआ था उद्घाटन चर्च का उद्घाटन 1 जुलाई 1968 को रेणुकूट से रेवरेंड फादर स्टीफन रोड्रिग्स और पहली सिस्टर सुपीरियर सीनियर कैनिस और मैंगलोर के लिटिल फ्लावर ऑफ बेथनी की पांच बहनों के समुदाय के आगमन के साथ किया गया.  लेकिन, वर्तमान सेंट पॉल चर्च का उद्घाटन और 18 अक्टूबर 2000 को धर्मप्रांतीय पुजारियों तथा पैरिश के वफादारों की उपस्थिति में आरटी रेव. इसिडोर फर्नांडीस द्वारा किया गया. साल 2010 से पहले अमेठी भी सुल्तानपुर जिले का हिस्सा हुआ करता था. जिसमें सुल्तानपुर के पैरिश पुजारी को कोरवा के एचएएल में एक विज़िटिंग स्टेशन की अतिरिक्त जिम्मेदारी भी दी गई है. कोरवा और अमेठी के एक छोटे कैथोलिक समुदाय के लिए वैकल्पिक रविवार को मास की पेशकश की जाती है. Tags: Local18, Sultanpur news, UP newsFIRST PUBLISHED : September 3, 2024, 19:49 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed