इस बिजनेस ने महिला की बदल दी तकदीर! आज बंपर कमा रही मुनाफा

करीब 1 साल पहले एक जनपद एक उत्पाद के तहत जिला उद्योग केंद्र में युवाओं को उनके मनपसंद क्षेत्र में ट्रेनिंग का निशुल्क प्रशिक्षण दिया जाता है. जिसकी जानकारी पूजा के पति ने पूजा को दी, पूजा ने वहां पर पहले एक माह की ट्रेनिंग की.

इस बिजनेस ने महिला की बदल दी तकदीर! आज बंपर कमा रही मुनाफा
अंजली शर्मा/ कन्नौज. कन्नौज की पूजा ने जिला उद्योग केंद्र में चल रही इस महत्वपूर्ण योजना का लाभ लिया. इसके बाद उन्होंने अपने पंखों को उड़ान दे दी. आज पूजा महिलाओं के लिए एक मिसाल बनकर सामने आई है. कन्नौज में पूजा पहली महिला इत्र व्यापारी बन गई है. पूजा ने पहले जिला उद्योग केंद्र में एक जनपद एक उत्पाद के तहत इत्र बनाने की ट्रेनिंग ली और फिर उन्होंने छोटा सा इत्र का कारोबार चालू किया. जिसके बाद उन्होंने एक फैक्ट्री बनाई और आज वह लखनऊ में भी इस व्यापार को करने के लिए आगे बढ़ चुकी है. कब से शुरू किया काम करीब 1 साल पहले एक जनपद एक उत्पाद के तहत जिला उद्योग केंद्र में युवाओं को उनके मनपसंद क्षेत्र में ट्रेनिंग का निशुल्क प्रशिक्षण दिया जाता है. जिसकी जानकारी पूजा के पति ने पूजा को दी, पूजा ने वहां पर पहले एक माह की ट्रेनिंग की. उसके बाद उनके अंदर इत्र को लेकर जिज्ञासा और बड़ी. उन्होंने और अच्छे से उसकी ट्रेनिंग की. इसके बाद उन्होंने अपना एक छोटा सा इत्र का कारोबार शुरू किया. महिलाओं के लिए बनी मिसाल पूजा की शादी 2009 में हुई जिसके बाद उनके पति की सरकारी जॉब भी लग गई. उनके दो बेटे भी हैं लेकिन पूजा अपने दम पर कुछ करना चाहती थी, जिसके लिए उनके पति ने उनको बहुत सपोर्ट किया. इस ट्रेनिंग के बाद पूजा हाउसवाइफ के साथ-साथ अब एक बिजनेस वूमेन भी बन गई है. यही नहीं पूजा लगातार महिलाओं को आत्मनिर्भर होने के लिए प्रेरित भी कर रही है. अपनी फैक्ट्री में पूजा में अधिकतर महिला कर्मचारी की ही नियुक्त किए हैं . क्या बोली पूजा पूजा वर्मा बताती हैं कि उन्होंने शुरुआत से सोच रखा था कि आत्मनिर्भर होना है. आज पूजा अपने पति से कोई भी पैसा नहीं लेती. बल्कि घर खर्चे में वह कंधे से कंधा मिलाकर अपने पति के साथ पैसा खर्च करती है. बच्चों की जिम्मेदारी के साथ-साथ पूजा अपने व्यापार को बखूबी अच्छे ढंग से चला रही है. उन्होंने बताया कि शुरुआती दौर में तो कुछ समस्याएं आई, लेकिन अब किसी तरह की कोई समस्या नहीं है. अपना इत्र खुद तैयार करते हैं, जिसके लिए उन्होंने एक छोटा सा इत्र कारखाना भी शुरू कर लिया है. वहीं कन्नौज के डाक बंगला मार्ग पर उन्होंने एक छोटा सा कार्यालय भी बनाया है. जहां पर इत्रों की सैंपलिंग की जाती है. पूजा अब इसको और आगे बढ़ाने के लिए लखनऊ में भी अपनी एक नई ब्रांच डालने की योजना बना रही है. पूजा बताती है कन्नौज में कोई भी महिला इत्र व्यापारी नहीं है, ऐसे में उन्होंने महिलाओं को ही आगे बढ़ाने के लिए अपने काम में शामिल किया है. उनकी फैक्ट्री में अधिकतर वर्कर महिला ही है. पूजा महिलाओं के लिए संदेश भी देती है की आज महिला चाहे तो सब कुछ कर सकती है, बस कुछ कर गुजरने का जुनून होना चाहिए. Tags: Hindi news, Local18, Success StoryFIRST PUBLISHED : August 14, 2024, 17:33 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed