आखिर क्या है खास चित्रकूट में एक दिन में पहुंचे 5 लाख से ज्यादा श्रद्धालु
आखिर क्या है खास चित्रकूट में एक दिन में पहुंचे 5 लाख से ज्यादा श्रद्धालु
अमावस्या में लाखों की तादाद में श्रद्धालु चित्रकूट दर्शन पूजन करने के लिए पहुंचते है.इस बार भी आषाढ़ मास की अमावस्या होने पर 5 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना जताई जा रही है.
चित्रकूट : धर्मनगरी चित्रकूट प्रभु श्री राम की तपोस्थली रही है. यहां आषाढ़ मास की अमावस्या के अवसर पर एक ही दिन में लाखो की तादाद में श्रद्धालुओं ने मंदाकनी नदी में आस्था की डुबकी लगा कामतानाथ मंदिर में दर्शन पूजन कर कामदगिरि पर्वत की परिक्रमा लगाई है. इस दौरान यूपी एमपी प्रशासन ने हाथरस कांड को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम कर रखे हैं.
बता दें कि हर अमावस्या में लाखों की तादाद में श्रद्धालु चित्रकूट दर्शन पूजन करने के लिए पहुंचते है. इस बार भी आषाढ़ मास की अमावस्या होने पर 5 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना जताई जा रही थी. जिसके चलते आज रात से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु चित्रकूट पहुंचकर दर्शन पूजन कर रहे हैं.
क्या है मान्यता
ऐसी मान्यता है कि इस इस आषाढ़ मास की अमावस्या में किसान भाई अपने अच्छी फसल की कामना के लिए अपने खेतों की मिट्टी लेकर भगवान कामतानाथ में चढ़ाकर अपने खेतों में हल चलाने की शुरुवात करते हैं जिससे उनकी आने वाली फसल की अच्छी पैदावार हो सके. इसके साथ ही अमावस्या के दिन प्रभु श्री राम भी मंदाकिनी नदी में स्नान करने आते हैं. इसी मान्यता को लेकर आज की अमावस्या में लाखों की तादाद में श्रद्धालु मां मंदाकनी नदी में आस्था की डुबकी लगा रामघाट किनारे दान पुण्य कर रहे हैं और कामदगिरि पर्वत की परिक्रमा लगा रहे हैं.
महंत ने दी जानकारी
कामदगिरि मंदिर के महंत मदन गोपालदास महराज का कहना है कि वैसे तो हर अमावस्या का अपना एक अलग महत्व होता है. इस आषाढ़ मास की अमावस्या में किसान अच्छी बारिश होने की मनोकामना को लेकर अपने खेतों की मिट्टी लाकर भगवान कामतानाथ में चढ़ाकर अपने खेतों में हल चलाते हैं. जिससे उनकी अच्छी फसल हो इसलिए लाखों की तादाद में श्रद्धालु अपनी मनोकामनाओं को लेकर यहां आते हैं और स्नान दर्शन पूजन करते है.
5 लाख से ज्यादा श्रद्धालु
अभी तक करीब 5 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने दर्शन पूजन कर लिए हैं. लगातार श्रद्धालुओं के आने की संख्या बढ़ती जा रही है. श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए पहले से ही यूपी एमपी प्रशासन के साथ बैठक कर पूरी रणनीति बना ली थी जो सुरक्षा व्यवस्था के बीच श्रद्धालुओं को दर्शन पूजन कराया जा रहा है.
Tags: Chitrakoot News, Local18, Religion 18FIRST PUBLISHED : July 5, 2024, 13:44 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ेंDisclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है. Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed