बिना पराली हटाएं करें गेहूं की खेतों में मूंग की खेती25 % ज्यादा होगा उत्पादन

झांसी स्थित रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने एक अनोखी तकनीक खोज निकाली है. इस तकनीक में किसान बिना पराली हटाए अगली फसल की खेती कर सकते हैं. आमतौर पर जहां जुताई और 10 बार पानी देने के बाद एक हेक्टेयर में 20 क्विंटल उपज हुई तो वहीं, पराली के साथ एक हेक्टेयर में 25 क्विंटल उपज हुई है.

बिना पराली हटाएं करें गेहूं की खेतों में मूंग की खेती25 % ज्यादा होगा उत्पादन
झांसी. पराली प्रबंधन पूरे देश के किसानों के लिए एक जटिल समस्या है. बुंदेलखंड क्षेत्र में गर्म वातावरण और सूखे की मार झेल रहे किसानों के लिए पराली ज्यादा बड़ी समस्या हो जाती है. पराली हटाने के लिए किसानों को काफी समय और पैसा खर्च करना पड़ता है. अगर वह पराली को जलाते हैं तो इससे पर्यावरण को नुकसान होता है. पकड़े जाने पर उन्हें जुर्माना भी भरना पड़ता है. लेकिन, अब यह समस्या दूर हो सकती है. झांसी स्थित रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने एक अनोखी तकनीक खोज निकाली है. इस तकनीक में किसान बिना पराली हटाए अगली फसल की खेती कर सकते हैं. कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों की टीम ने एक साल तक रिसर्च कर यह पता लगाया की पराली हटाए बिना अगर खेती की जाए तो कुछ फसलों की उपज पर अच्छा प्रभाव पड़ता है. इससे कम पानी में सिंचाई भी हो जाती है. कम पानी में बेहतर उपज कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने शोध के दौरान एक हेक्टेयर भूमि पर गेंहू के खेत से पराली हटाए बिना मूंग की बुवाई की थी. इसमें बुवाई के तुरंत बाद एक पानी देने से बीज का अंकुरण सामान्य खेती की प्रक्रिया से तेज हुआ. इसके साथ ही आमतौर पर जहां खेती में 8 से 10 बार पानी की जरुरत होती है, तो वहीं पराली के साथ खेती करने में तीन से चार बार ही पानी लगाया गया. 2.5 गुना ज्यादा हुआ उत्पादन केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अशोक कुमार सिंह ने बताया कि डॉ. योगेश्वर सिंह, डॉ. अनिल कुमार राय, डॉ. सुशील कुमार सिंह, डॉ. शिवेंद्र सिंह और डॉ. राजवीर यादव की टीम ने कृषि फार्म पर यह रिसर्च किया है. उन्होंने बताया कि आमतौर पर जहां जुताई और 10 बार पानी देने के बाद एक हेक्टेयर में 20 क्विंटल उपज हुई तो वहीं, पराली के साथ एक हेक्टेयर में 25 क्विंटल उपज हुई है. रिसर्च के अच्छे परिणाम आए हैं. किसानों को भी इसे अपनाना चाहिए और मुनाफा कमाना चाहिए. Tags: Agriculture, Jhansi news, Local18, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : June 3, 2024, 12:39 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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