मानहानि केस: कांग्रेस नेता जयराम रमेश पवन खेड़ा को दिल्ली हाईकोर्ट ने भेजा समन केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की बेटी से जुड़ा मामला
मानहानि केस: कांग्रेस नेता जयराम रमेश पवन खेड़ा को दिल्ली हाईकोर्ट ने भेजा समन केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की बेटी से जुड़ा मामला
Smriti Irani: केंद्रीय स्मृति ईरानी की बेटी के खिलाफ की गई टिप्पणी को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट ने कांग्रेस जयराम रमेश, पवन खेड़ा और नेट्टा डिसूजा को शुक्रवार को समन जारी किया. न्यायमूर्ति मिनी पुष्कर्णा ने ईरानी और उनकी बेटी पर लगे आरोपों के संबंध में कांग्रेस नेताओं को सोशल मीडिया से ट्वीट, रीट्वीट, पोस्ट, वीडियो और तस्वीरें हटाने का भी निर्देश दिया.
हाइलाइट्सतथ्यों की पुष्टि किए बिना आरोप लगाए गए- दिल्ली हाईकोर्टकांग्रेस नेताओं को ट्वीट, पोस्ट और वीडियो हटाने का भी निर्देशकेंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने दायर किया है मानहानि का केस
नई दिल्ली: दिल्ली उच्च न्यायालय ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी द्वारा दायर दीवानी मानहानि मामले में कांग्रेस नेताओं जयराम रमेश, पवन खेड़ा और नेट्टा डिसूजा को शुक्रवार को समन जारी किया. न्यायमूर्ति मिनी पुष्कर्णा ने ईरानी और उनकी बेटी पर लगे आरोपों के संबंध में कांग्रेस नेताओं को सोशल मीडिया से ट्वीट, रीट्वीट, पोस्ट, वीडियो और तस्वीरें हटाने का भी निर्देश दिया.
केंद्रीय मंत्री ईरानी ने उनके और उनकी बेटी के खिलाफ कथित रूप से निराधार आरोप लगाने को लेकर दो करोड़ रुपये से अधिक के हर्जाने की मांग की है. अदालत ने कहा कि अगर प्रतिवादी 24 घंटे के भीतर उसके निर्देशों का पालन नहीं करते, तो सोशल मीडिया मंच ट्विटर, फेसबुक और यूट्यूब स्वयं इससे संबंधित सामग्री हटा दें.
कांग्रेस ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की बेटी (18) पर गोवा में ‘अवैध बार’ चलाने का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ईरानी को मंत्रिमंडल से हटाने की मांग की थी. इसके बाद ईरानी ने यह कानूनी कार्रवाई की.
‘तथ्यों की पुष्टि किए बिना आरोप लगाए गए’
अदालत ने कहा कि ईरानी के खिलाफ ‘‘अपमानजक और फर्जी’’ आरोप लगाए गए. न्यायाधीश ने कहा, ‘‘ प्रथम दृष्टया यह माना जाता है कि वास्तविक तथ्यों की पुष्टि किए बिना वादी के खिलाफ निंदनीय आरोप लगाए गए. प्रतिवादियों के संवाददाता सम्मेलन के कारण किए गए ट्वीट और रीट्वीट को देखते हुए वादी की प्रतिष्ठा को गंभीर क्षति पहुंची है.’’
न्यायमूर्ति ने कहा, ‘‘ मैं प्रतिवादी एक से तीन (कांग्रेस नेताओं) को यूट्यूब, फेसबुक, इंस्टाग्राम और ट्विटर सहित सभी सोशल मीडिया मंचों से संवाददाता सम्मेलन के दौरान लगाए गए आरोपों को हटाने के लिए एक अंतरिम निषेधाज्ञा पारित करना उचित समझता हूं.’’
अदालत ने आरोपों के साथ वादी और उसकी बेटी के संबंध में साझा किए गए पोस्ट, वीडियो, ट्वीट, रीट्वीट, छेड़छाड़ की गईं तस्वीरों को हटाने और उनके पुन: प्रसार को रोकने के लिए भी निर्देश जारी किया. मामले को आगे की सुनवाई के लिए 15 नवंबर को अदालत के समक्ष और रजिस्ट्रार के समक्ष 18 अगस्त के लिए सूचीबद्ध किया गया है.
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Tags: Jairam ramesh, Pawan Kheda, Union Minister Smriti IraniFIRST PUBLISHED : July 29, 2022, 18:39 IST