SC में सिब्‍बल ने की एक चूक तुषार मेहता बोले- मेरे पास आपकी तरह यूट्यूब

सुप्रीम कोर्ट में कपिल सिब्‍बल पश्चिम बंगाल सरकार का नेतृत्‍व कर रहे थे. वहीं, तुषार मेहता केंद्र सरकार का पक्ष रख रहे थे. सरकार ने ईडी के अधिकारों को लेकर सर्वोच्‍च अदालत में एक याचिका लगाई है. इस दौरान दोनों वकीलों के बीच हल्‍के-फुल्‍के अंदाज में यह मजेदार घटनाक्रम देखने को मिला.

SC में सिब्‍बल ने की एक चूक तुषार मेहता बोले- मेरे पास आपकी तरह यूट्यूब
नई दिल्‍ली. देश के दो बड़े वकील कपिल सिब्‍बल और सॉलिसिटर जनरल (SG) तुषार मेहता के बीच बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान हल्‍के-फुल्‍के अंदाज में एक मजेदार वाक्‍या देखने को मिला. तुषार मेहता ने यह तक कह दिया कि किसी भी आलोचना का जवाब देने के लिए सिब्‍बल की तर्ज पर उनके पास कोई यूट्यूब चैनल नहीं है. दरअसल, कोर्ट में सीबीआई के कथित दुरुपयोग पर पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा दायर मामले में सुनवाई हो रही थी. कपिल सिब्‍बल के यूट्यूब चैनल ‘दिल से विद कपिल सिब्बल’ की ओर एसजी तुषार मेहता इशारा कर रहे थे, जिसमें वह विभिन्न राजनीतिक नेताओं, वकीलों के साथ मुद्दों पर चर्चा करते हैं. यह भी पढ़ें:- सलमान खान फायरिंग केस में अब ये क्‍या हुआ? क्‍यों हो रहा सुसाइड करने वाले शख्‍स का फिर से पोस्‍टमार्टम… बार एंड बेंच की खबर के मुताबिक हुआ कुछ यूं कि बहस के दौरान मेहता ने याद दिलाया कि पिछली सुनवाई में सिब्बल ने तर्क दिया था कि एक बार जब सीबीआई राज्य में प्रवेश करती है तो प्रवर्तन निदेशालय (ED) आमतौर पर पीछे आता है. कोर्ट ने कहा कि सिब्बल ने माना कि दलील उचित नहीं थी. हम कानूनी बिंदु पर हैं, राजनीति नहीं. हम जानते हैं कि उनका (सिब्बल) क्या मतलब था.” जिसके बाद सिब्बल ने कहा कि वह पिछली सुनवाई में दी गई दलील को वापस लेना चाहेंगे. एसजी मेहता ने तुरंत इसपर हल्‍के-फुल्‍के अंदाज में अपना रिएक्‍शन देते हुए कहा, “यह जवाब देने का मेरा एकमात्र माध्यम है, मेरे पास कोई यूट्यूब चैनल नहीं है.” बेंच ने भी ली चुटकी  बेंच ने तुरंत दोनों से बहस फिर से शुरू करने के लिए कहा. न्यायमूर्ति गवई ने कहा, ”यह (झगड़ा) इसी गति से 12 बजे तक चलेगा, कृपया शुरू करें.” हालांकि बाद की सुनवाई में न्यायाधीश सिब्बल के यूट्यूब चैनल का भी जिक्र करते दिखे. जब सिब्बल ने अपनी दलीलों के दौरान धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत की जाने वाली गिरफ्तारियों के बड़े मुद्दों पर अदालत का ध्यान आकर्षित किया, तो पीठ ने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा, “अब अपने संक्षिप्त विवरण से अधिक व्यापक मत बनाइये. कम से कम तुषार मेहता के बिना… उसके लिए एक और मंच हो सकता है.” कपिल सिब्बल एक संसद सदस्य भी हैं. उन्‍होंने स्पष्ट किया कि वह अदालत में राजनीति या राजनीति में अदालत पर चर्चा नहीं करते हैं. न्यायमूर्ति मेहता ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, “हम एक सांसद से यह सीख रहे हैं. Tags: Kapil sibal, Supreme Court, Tushar mehtaFIRST PUBLISHED : May 8, 2024, 18:29 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed