उमेश उपाध्याय ने डिजिटल मीडिया का देखा था फ्यूचर जर्नलिज्म में रचे नए आयाम

Umesh Upadhyay Death: उमेश उपाध्याय ने समाचार माध्यमों में ऑल इंडिया रेडियो और दूरदर्शन समाचारों से लेकर प्राइवेट न्यूज़ चैनलों में अपनी प्रतिभा और योग्यता की बदौलत बहुत महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाई.

उमेश उपाध्याय ने डिजिटल मीडिया का देखा था फ्यूचर जर्नलिज्म में रचे नए आयाम
नई दिल्ली: मीडिया की सभी विधाओं के अनुभवी वरिष्ठ पत्रकार उमेश उपाध्याय के असामयिक निधन के समाचार ने सभी को स्तब्ध कर दिया. अभी श्री कृष्ण जन्माष्टमी के दिन उनके जन्मदिन की 64 वीं वर्षगांठ का सुखद संयोग हुआ ही था की परिवार के लिए यह सप्ताह बीतते ही सबसे दुखद घड़ी आ गई. दिल्ली के अपने मकान में विस्तारित निर्माण कार्य कराने के दौरान छत से गिरने पर सिर में लगी गंभीर चोट ने उनकी जीवन यात्रा रोक दी. आध्यात्मिक परिवेश और संस्कारों में पले बढ़े उमेश उपाध्याय मीडिया इंडस्ट्री के लीजेंड रहे. उन्होंने समाचार माध्यमों में ऑल इंडिया रेडियो और दूरदर्शन समाचारों से लेकर प्राइवेट न्यूज़ चैनलों में अपनी प्रतिभा और योग्यता की बदौलत बहुत महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाई. आकाशवाणी समाचार, डीडी न्यूज़, ज़ी न्यूज़, श्री अधिकारी ब्रदर्स के न्यूज़ कम व्यूव्ज़ चैनल ‘जनमत’ और नेटवर्क 18 समेत और भी कई मीडिया संस्थानों में अपनी सादगीपूर्ण और संजीदा पत्रकारिता से नए आयाम रचे. पढ़ें- Umesh Upadhyay: नहीं रहे वरिष्ठ पत्रकार उमेश उपाध्याय, वसंत कुंज में चौथी मंजिल से गिरने के कारण हुई मौत उमेश उपाध्याय ने डिजिटल मीडिया और AI की अहमियत को समझते हुए सालों पहले ही इसे भविष्य का प्रमुख माध्यम बता दिया था. राष्ट्रधर्म प्रथम रखते हुए सदा राष्ट्रहित की पत्रकारिता करते हुए उन्होंने किताब लिखी ‘वेस्टर्न मीडिया नरेटिव्स ऑन इंडिया फ्रॉम गांधी टू मोदी’. उन्होंने विदेशी मीडिया की भारत विरोधी साजिश को भी बेनकाब किया. टीआरपी की रेस में तेजी से दौड़ते न्यूज़ चैनल के प्रमुख कर्ताधर्ता होने के बावजूद औरों से इतर, चीख-चीत्कार से दूर, सहकर्मियों के साथ सहज, सरल और शालीन व्यवहार उनके व्यक्तित्व की प्रमुख विशेषता थी. मीडिया जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति अखबार और रेडियो के अलावा जब समाचार, टीवी के ज़रिये लोगों तक पहुंचाने की शुरुआत हो रही थी तो इस विधा के शुरुआती पत्रकारों में से एक उमेश उपाध्याय ने बढ़ते समय और तकनीक के साथ-साथ अपनी कम्युनिकेशन स्किल को और ज्यादा धार दी. इनके आसामयिक निधन से ना सिर्फ परिवार, ना सिर्फ उस संस्थान जिससे जुड़े रहे बल्कि पूरे मीडिया जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है. खासतौर पर भावी पीढ़ी ने एक दूरदर्शी मार्गदर्शक खो दिया. Tags: Delhi newsFIRST PUBLISHED : September 2, 2024, 12:03 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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