कौन हैं संजय वर्मा महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले बने राज्य के नए डीजीपी
कौन हैं संजय वर्मा महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले बने राज्य के नए डीजीपी
Maharashtra Assembly Elections: संजय कुमार वर्मा को महाराष्ट्र का नया डीजीपी बनाया गया है. ऐसा चुनाव आयोग के राज्य की डीजीपी रश्मि शुक्ला को हटाने का आदेश देने के बाद किया गया है. रश्मि शुक्ला पर विपक्षी नेताओं के फोन टैप करने का आदेश देने का आरोप लगाया गया था.
मुंबई. संजय कुमार वर्मा को मंगलवार को महाराष्ट्र का नया पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) बनाया गया. उन्होंने रश्मि शुक्ला की जगह ली है. जिन्हें भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) के निर्देश पर हटा दिया गया था. संजय वर्मा मुंबई के पुलिस आयुक्त विवेक फनसालकर से पदभार ग्रहण करेंगे, जिन्हें सोमवार को डीजीपी का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था. संजय वर्मा 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं और फिलहाल महानिदेशक- कानूनी और तकनीकी के पद पर कार्यरत हैं. उन्होंने एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का नेतृत्व किया था, जिसने 2015 में कम्युनिस्ट नेता और तर्कवादी गोविंद पानसरे की हत्या की जांच की थी.
एक पुलिस अधिकारी ने मीडिया को बताया कि संजय कुमार वर्मा अप्रैल 2028 में रिटायर होने वाले हैं. महाराष्ट्र के डीजीपी के रूप में उनकी नियुक्ति 20 नवंबर को होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले हुई है. सोमवार को, भारत के चुनाव आयोग ने विपक्षी दलों की शिकायतों के बाद रश्मि शुक्ला को तत्काल प्रभाव से राज्य पुलिस प्रमुख के पद से हटाने का आदेश दिया था. रश्मि शुक्ला महाराष्ट्र की पहली महिला डीजीपी थीं. इससे पहले, मुंबई पुलिस आयुक्त विवेक फनसालकर को सोमवार को राज्य सरकार द्वारा महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था.
रश्मि शुक्ला को क्यों हटाया गया
चुनाव आयोग (ईसी) के आदेश पर मौजूदा डीजीपी रश्मि शुक्ला का तबादले का आदेश दिया गया. महाराष्ट्र कैडर की 1988 बैच की आईपीएस अधिकारी रश्मि शुक्ला पर राज्य खुफिया विभाग (एसआईडी) के प्रमुख के रूप में कार्यरत रहने के दौरान कई महा विकास अघाड़ी (एमवीए) नेताओं के फोन अवैध रूप से टैप करने के आरोप लगे थे.
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विपक्ष पहुंचा था चुनाव आयोग के पास
कथित फोन टैपिंग के संबंध में तीन मामले दर्ज किए गए थे और उनमें से दो में शुक्ला का नाम था. हालांकि, सितंबर 2023 में बॉम्बे हाईकोर्ट ने उनके खिलाफ दर्ज दोनों एफआईआर को रद्द कर दिया था. तीसरा मामला, जो जांच के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के पास था, भी किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचा और अदालत के समक्ष एक क्लोजर रिपोर्ट पेश की गई. कांग्रेस ने विपक्षी नेताओं के फोन टैप करने में शुक्ला की कथित भूमिका का हवाला देते हुए उनके तबादले की मांग करते हुए चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया था.
Tags: Maharashtra Elections, Maharashtra News, Maharashtra Police, Maharashtra PoliticsFIRST PUBLISHED : November 5, 2024, 20:32 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed