मशरूम से कर सकते हैं तगड़ी कमाई इस विधि से करें खेती

हिमांशु सैनी मशरूम की खेती के जरिए प्रसिद्ध हो चुके हैं और अब अपने घर पर ही मशरूम के बैग तैयार कर ऑस्टर मशरूम और मिल्की मशरूम की पैदावार कर रहे हैं. मार्केट में मशरूम की अच्छी डिमांड है और 120 रुपए प्रति किलो से लेकर 150 रुपए प्रति किलो तक मंडी में मशरूम बिक रहा है. वहीं हिमांशु सैनी का मशरूम देहरादून और दिल्ली तक जाता है.

मशरूम से कर सकते हैं तगड़ी कमाई इस विधि से करें खेती
सहारनपुर. यूपी में सहारनपुर के किसान यूं तो अलग-अलग तरह की सब्जियों की खेती करने के लिए मशहूर है. लेकिन, सहारनपुर में इन दिनों कुछ किसान ऑर्गेनिक तरीके से मशरूम की खेती करना किया है. उन्हीं किसानों में से एक हैं सहारनपुर के थाना बेहट क्षेत्र स्थित मूर्तजापुर गांव के रहने वाले किसान हिमांशु सैनी की. हिमांशु सैनी ने 2018 में सहारनपुर के कृषि विज्ञान केंद्र से मशरूम की खेती करने के लिए प्रशिक्षण लिया और अपने घर पर ही मशरूम की बटन वैरायटी की खेती शुरू की. इससे हिमांशु सैनी को बेहतर मुनाफा भी हो रहा है. 150 रूपए तक बाजार में बिकता है मशरूम हिमांशु सैनी को जब बटन मशरूम की खेतीअच्छा लाभ हुआ तो इसके बाद मशरूम की अन्य वैरायटी की खेती शुरू करने लगे. हिमांशु सैनी मशरूम की खेती के जरिए प्रसिद्ध हो चुके हैं और अब अपने घर पर ही मशरूम के बैग तैयार कर ऑस्टर मशरूम और मिल्की मशरूम की पैदावार कर रहे हैं. हिमांशु सैनी ने लोकल 18 को बताया कि मार्केट में मशरूम की अच्छी डिमांड है. 120 रुपए प्रति किलो से लेकर 150 रुपए प्रति किलो तक मंडी में मशरूम बिक रहा है. वहीं हिमांशु सैनी का मशरूम देहरादून और दिल्ली तक जाता है. हिमांशु सैनी बताया कि विभिन्न तरह की सब्जियों की खेती के बजाए मशरूम की खेती कर कई गुना अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है. मशरूम की खेती में तापमान मेंटेन रखना है जरूरी हिमांशु सैनी ने बताया कि मशरूम की खेती करने के लिए तापमान मेंटेन रखना पड़ता है.  मशरूम खाने में काफी स्वादिष्ट लगता है. इसको सब्जी या फिर पकौड़े बनाकर लोग खाना काफी पसंद करते हैं. मशरूम में प्रोटीन काफी अधिक मात्रा में होता है. एक बार मशरूम का बैग तैयार करने पर 3 महीने तक चलता है. इसके बाद दोबारा से मशरूम का बैग तैयार किया जाता है. मशरूम की खेती करने के लिए काफी मेहनत लगती है, लेकिन मुनाफा भी उतना ही अधिक होता है. समय-समय पर कृषि विज्ञान केंद्र के प्रोफेसर डॉ. आई.के कुशवाहा मशरूम की पैदावार को देखने के लिए पहुंचते हैं और किसान को मशरूम में किसी प्रकार की कोई दिक्कत ना आए उसके लिए प्रशिक्षित भी करते हैं. Tags: Agriculture, Local18, Saharanpur news, UP newsFIRST PUBLISHED : September 3, 2024, 12:20 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed